नयी दिल्ली, 17 नवंबर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) ने मंगलवार को खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) से जीएम फसल से निर्मित प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया।
एफएसएसएआई अध्यक्ष को एक पत्र में एसजेएम के सह संयोजक अश्विनी महाजन ने कहा कि गोपनीय तरीके से देश में जीएम खाद्य उत्पादों को लाना गैर कानूनी है और यह राष्ट्रीय कानून के खिलाफ है ।
महाजन ने कहा कि चूंकि देश में जीएम आधारित खाद्य फसलों को उगाने की अनुमति नहीं है इसलिए इन फैसलों से तैयार खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह के खाद्य पदार्थ का आयात किया जाता है तो सुरक्षा को लेकर विभिन्न एजेंसियों द्वारा व्यापक आकलन के बाद इसकी अनुमति होनी चाहिए। महाजन ने कहा कि पर्यावरण और वन मंत्रालय की आनुवांशिक इंजीनियरिंग आकलन समिति (जीईएसी) के साथ ही इसमें एफएसएसएआई को भी शामिल करना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा और न्यूजीलैंड जैसे कई निर्यातक देश भी दलील दे रहे हैं कि वैश्विक बाजार में बेचे जा रहे जीएम खाद्य उत्पाद पारंरपरिक उत्पादों की तरह ही सुरक्षित हैं लेकिन एफएसएसएआई को ऐसे उत्पादों को अनुमति नहीं देनी चाहिए ।
उन्होंने कहा कि एसजेएम का मानना है कि जीएम सोयाबीन तेल और जीएम कनोला तेल के लिए पूर्व में जीईएसी द्वारा दी गयी अनुमति को भी नियामकीय संस्था को वापस लेना चाहिए।
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