बोम्मई के खिलाफ राकांपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, छत्रपति शिवाजी की मूर्तियों का दूग्धाभिषेक किया
By भाषा | Updated: December 19, 2021 22:05 IST2021-12-19T22:05:52+5:302021-12-19T22:05:52+5:30

बोम्मई के खिलाफ राकांपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, छत्रपति शिवाजी की मूर्तियों का दूग्धाभिषेक किया
ठाणे/नासिक, 19 दिसंबर महाराष्ट्र के ठाणे शहर, अम्बरनाथ कस्बे और नासिक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकर्ताओं ने रविवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्तियों का दूध से ‘अभिषेक’ किया।
उन्होंने बेंगलुरु में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के कथित अपमान का विरोध करने के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के खिलाफ भी प्रदर्शन किया। राकांपा कार्यकर्ता अम्बरनाथ में 17वीं सदी के महाराज की आवक्ष प्रतिमा के पास जमा हुए और उन्होंने दूध से ‘अभिषेक’ किया। उन्होंने मराठा राजा के सम्मान में नारे भी लगाए।
मुंबई से सटे ठाणे शहर के मसुंडा झील में भी छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा का इसी तरह का ‘अभिषेक’ किया गया। इस अवसर पर, उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री की तस्वीर पर थप्पड़ भी मारे।
ठाणे के प्रभारी मंत्री और शिव सेना नेता एकनाथ शिंदे ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है, जब शिवाजी महाराज का किसी न किसी तरह अपमान हुआ हो। उन्होंने यह मांग दोहराई कि कर्नाटक सरकार बेंगलुरु घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा, ‘‘अन्यथा, हम जानते हैं कि कैसे निपटा जाता है।स्थानीय (कर्नाटक) सरकार इसके लिए जिम्मेदार होगी।’’
उल्लेखनीय है कि बेंगलुरु में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का कथित अपमान करने की खबर के बाद बेलगावी में महाराष्ट्र एकीकरण समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा स्वतंत्रता सेनानी संगोल्ली रायन्ना की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया था जिससे इस सीमावर्ती शहर में तनाव फैल गया।
राकांपा कार्यकर्ताओं ने नासिक के पथरदी फाट इलाके में मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शन किया और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर दुग्धाभिषेक किया। इसके बाद उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।
उन्होंने केंद्र और कर्नाटक सरकार से मांग की कि वह बेंगलुरु की घटना पर गंभीर संज्ञान ले।
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