नई दिल्लीः शरद पवार और प्रशांत किशोर की मुलाक़ात की रोशनी में भाजपा के खिलाफ विपक्ष को लामबंद करने के लिये शरद पवार के आवास पर कल होने वाली बैठक में कांग्रेस विरोधी एजेंडा नहीं है तथा न ही यह बैठक शरद पवार द्वारा बुलाई गयी है। यह खुलासा टीएमसी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने बातचीत के दौरान किया।
सिन्हा ने खुलासा किया बैठक का आयोजन राष्ट्रीय मंच द्वारा किया जा रहा है जिसमें पवार की उतनी ही भूमिका है जितनी अन्य नेताओं की। बैठक के एजेंडे पर रोशनी डालते हुये उन्होंने साफ़ किया कि बैठक का कोई उद्देश्य कांग्रेस का विरोध करना नहीं है।
लेकिन आगामी चुनाव में भाजपा को समूचा विपक्ष जिसमें कांग्रेस भी शामिल है एक साझा रणनीति बनाकर कैसे पराजित कर सकती है, पर विचार होगा साथ ही विपक्ष को लामबंद करने की कोशिश होगी। इस कोशिश को अंजाम देने के लिये रणनीति बनाने का भी प्रयास होगा। उन्होंने साफ़ किया कि बैठक में हिस्सा लेने के लिये सूचना भी माज़िद मैनन जैसे नेताओं की तरफ से भेजी गयी है।
लेकिन सूत्र बताते हैं कि बिना पवार की सहमति के माज़िद मैनन की यह पहल संभव नहीं है। जानकारों का मानना है कि पवार मेनन को आगे कर परदे के पीछे से राजनैतिक पासे फैंक रहे हैं जिसे बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पूरा समर्थन मिल रहा है। प्रशांत किशोर और यशवंत सिन्हा की भूमिका को इसी रोशनी में देखा जा रहा है।