National Panchayati Raj Day 2023: राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर कई पहल, युवाओं की जोड़ने की कोशिश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 24, 2023 05:56 PM2023-04-24T17:56:45+5:302023-04-24T17:57:26+5:30
National Panchayati Raj Day 2023: आम आदमी और पंचायतों के सामूहिक प्रयास केंद्रशासित प्रदेश के छोटे गांवों के बड़े सपनों को साकार करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
National Panchayati Raj Day 2023: जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को इस केंद्रशासित प्रदेश में पंचायती राज संस्थानों को और सशक्त, कुशल एवं प्रभावी बनाने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया। आम आदमी और पंचायतों के सामूहिक प्रयास केंद्रशासित प्रदेश के छोटे गांवों के बड़े सपनों को साकार करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस है। आज ही के दिन पंचायती राज कानून को संवैधानिक दर्जा मिला था। संजय कुमार पंचायतों को उसके पुराने रूप में वापस लेने का कार्य करने के साथ ही युवाओं को नशे से बचाने के लिए भी अभियान चला रहे हैं। संजय कुमार का जम्मू में पंचायतों को लेकर चलाया गया जागरूकता अभियान चर्चा में रहा है। इसे वह कई साल से चला रहे हैं।
वह पहली बार तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने पंचायत चुनावों के बहिष्कार के समय वहां के लोगों को चुनाव में शामिल होने के लिए विशेष मुहिम चलाई थी। कई दलों ने जम्मू में विगत पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया किया था। उस समय संजय ने पंचायतों में एक जन जागरण अभियान चलाया और निचले स्तर की सरकार को बनाने के लिए जुड़ने की अपील की थी।
जम्मू के ढेर सारे गांवों के दौरे कर लोगों को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया। इस अभियान का असर यह रहा कि 1011 सरपंच चुनकर आए। चुनाव में शामिल होने का संदेश लेकर वे गांव-गांव गए, इससे वोटिंग प्रतिशत भी काफी बढ़ा था। संजय कुमार बताते हैं कि पूंजीवाद की चकाचौंध ने लोगों को एकाकी बना दिया है।
लोगों के बीच चाहे कितने भी विवाद हों, अगर वे साथ बैठकर खाना खाएं तो बोल चाल फिर से शुरू हो जाती है। अतः लोगों को जोड़ने के लिए इनकी टीम और भाईचारा बढ़ाने के लिए सामाजिक भोज और गायन कार्यक्रम भी समय-समय पर संचालित करती है।
नशा समाज के लिए गंभीर और घातक है। इसे मिटाकर नई पीढ़ी को बचाया जा सकता है। इस बुराई को जम्मू-कश्मीर से मिटाने के लिए उन्होंने जम्मू को कर्म स्थली बनाई और इसके लिए पूरे कश्मीर में कार्य करने की रणनीति बनाई। नशा रोकने के लिए यूथ फॉर ट्रांसफॉर्मेशन के बैनर तले वह कई जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं।
नशा उन्मूलन की इस मुहिम को संजय कुमार ने जम्मू की पंचायतों से शुरू किया था, जो अब पूरे प्रदेश में फैल चुकी है। उनका कहना है कि जिस धरती पर नशा फ़ैल रहा, वह धरती स्वर्ग कहां से कहलाएगा ? स्वर्ग में नशा होता है क्या ? सच कहें तो इस नशे ने जम्मू-कश्मीर को नर्क बनाने का कार्य किया है।