श्रीनगर, 12 मई नेशनल कान्फ्रेंस ने फलस्तीन में इज़राइली बलों द्वारा ‘अत्याचार’ की बुधवार को निंदा की और मुस्लिम देशों से कहा कि वे एक साथ मिलकर यहूदी राज्य पर दबाव बढ़ाएं।
एक संयुक्त बयान में पार्टी के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला समेत नेशनल कान्फ्रेंस के नेताओं ने फलस्तीन में किए जा रहे जुल्मों की कड़े शब्दों में निंदा की और फलस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त की।
स्पष्ट शब्दों में इज़राइली हमलों की निंदा करते हुए नेताओं ने कहा कि रमज़ान के पवित्र महीने में भी इज़राइल ने पूर्वी यरुशलम, अल-अक्सा मस्जिद, शेख जर्राह और बाब अल-अमुद पर “अनुचित और घृणित जंग” की जिस वजह से अनेक बेगुनाह फलस्तीनी मारे गए हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों तक को नहीं छोड़ा गया है।
पार्टी ने कहा, “ सिर्फ अमेरिका को खुश करने के लिए वे फलस्तीनियों के खिलाफ इज़राइल के हमले की निंदा करने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे हैं। उन्हें एकजुट होकर फलस्तीन में तत्काल यह हमला रोकने के लिए इजराइल और उसके मित्र राष्ट्रों पर दबाव बढ़ाना चाहिए।”
इस बीच, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि फलस्तीन पर इज़राइल के घातक हमलों और बेगुनाह नागरिकों की मौत पर विश्व समुदाय की खामोशी हैरान करने वाली है।
मुफ्ती ने ट्वीटर पर कहा कि यहां तक कि प्रतीकात्मक निंदा के साथ ही इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार के नाम पर हिंसा को सही ठहराया जा रहा है।
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