"नरेंद्र मोदी हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज का सपना दिखाकर 'गरीबों की रेलवे' भी छीन रहे हैं", राहुल गांधी ने रेलवे के बहाने सीधे पीएम मोदी पर साधा निशाना
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 3, 2024 02:42 PM2024-03-03T14:42:37+5:302024-03-03T14:52:16+5:30
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रेलवे की नीतियों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि लोगों को 'एलीट ट्रेन' की तस्वीर दिखाकर लुभाया जा रहा है, जिस पर गरीब पैर भी नहीं रख सकता।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को रेलवे की नीतियों को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि लोगों को 'एलीट ट्रेन' की तस्वीर दिखाकर लुभाया जा रहा है, जिस पर गरीब पैर भी नहीं रख सकते हैं।
कांग्रेस नेता सोशल प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर किये पोस्ट में मोदी सरकार को आरोपों के कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि इस सरकार ने गरीब और मध्यम वर्ग के यात्रियों को रेलवे की प्राथमिकता से बाहर कर दिया गया है।
राहुल गांधी ने एक्स पर किये पोस्ट में लिखा, "हवाई चप्पल' वालों को हवाई जहाज की यात्रा का सपना दिखा, नरेंद्र मोदी ‘गरीबों की सवारी’ रेलवे को भी उनसे दूर करते जा रहे हैं। हर साल 10% बढ़ता किराया, डायनामिक फेयर के नाम पर लूट, बढ़ते कैंसलेशन चार्जेस और महंगे प्लेटफार्म टिकट के बीच लोगों को एक ऐसी ‘एलीट ट्रेन’ की तस्वीर दिखाकर बहलाया जा रहा है जिस पर गरीब पांव तक नहीं रख सकता।"
'हवाई चप्पल' वालों को हवाई जहाज की यात्रा का सपना दिखा, नरेंद्र मोदी ‘गरीबों की सवारी’ रेलवे को भी उनसे दूर करते जा रहे हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 3, 2024
हर साल 10% बढ़ता किराया, डायनामिक फेयर के नाम पर लूट, बढ़ते कैंसलेशन चार्जेस और महंगे प्लेटफार्म टिकट के बीच लोगों को एक ऐसी ‘एलीट ट्रेन’ की तस्वीर दिखाकर…
इसके साथ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने पिछले तीन वर्षों में वरिष्ठ नागरिकों को दी गई छूट छीनकर उसके जरिये 3,700 करोड़ रुपये इकट्ठा किये हैं।
राहुल ने अपनी उसी पोस्ट में आगे लिखा है, "वरिष्ठ नागरिकों तक से उन्हें मिलने वाली छूट छीन कर पिछले 3 वर्षों में सरकार उनसे 3,700 करोड़ रुपये की वसूली कर चुकी है। प्रचार के लिए चुनी गई ट्रेन के लिए आम आदमी की ट्रेनों को जहां तहां खड़ा कर दिया जाता है। गरीब और मध्यमवर्गीय यात्री रेलवे की प्राथमिकता से बाहर कर दिए गए हैं। AC डिब्बों की संख्या बढ़ाने के लिये जनरल डिब्बों की संख्या कम की जा रही है, जिसमें मज़दूर और किसान ही नहीं छात्र और नौकरीपेशा भी यात्रा करते हैं। सामान्य डिब्बों के मुकाबले AC डिब्बों का निर्माण भी 3 गुना कर दिया गया है।"
वायनाड के सांसद ने आरोप लगाया है कि मोदी काल में रेलवे की नीतियां केवल और केवल अमीरों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई हैं।
उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा, दरअसल रेल बजट को अलग से पेश करने की परंपरा खत्म करना, इन्हीं ‘कारनामों’ को छिपाने की साजिश थी। सिर्फ अमीरों को ध्यान में रख कर बनाई जा रही रेलवे की नीतियां रेल पर निर्भर भारत की 80% आबादी के साथ धोखा है। मोदी पर भरोसा ‘विश्वासघात की गारंटी’ है।”