YES Bank की वजह से संकट में नागपुर यूनिवर्सिटी, विश्वविद्यालय का बैंक में जमा है 191 करोड़ रुपए
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 7, 2020 08:21 AM2020-03-07T08:21:47+5:302020-03-07T11:29:40+5:30
राष्ट्रीयकृत बैंकों का विकल्प उपलब्ध होने के बावजूद निजी बैंक में इतना बड़ा डिपॉजिट रखने के कारण प्राधिकरण सदस्यों ने प्रशासन के विरोध में आक्रामक रुख अपना लिया है.
नागपुर विवि का येस बैंक में 191 करोड़ का डिपॉजिट - विधिसभा में सदस्य आक्रामक, निजी बैंक में इतनी बड़ी निधि कैसे रखी? नागपुर। 6 मार्च। लोस सेवा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने येस बैंक पर लगाए प्रतिबंध झटका राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय को लगने की संभावना है.
विवि की येस बैंक में 191 करोड़ रुपए का डिपॉजिट है. राष्ट्रीयकृत बैंकों का विकल्प उपलब्ध होने के बावजूद निजी बैंक में इतना बड़ा डिपॉजिट रखने के कारण प्राधिकरण सदस्यों ने प्रशासन के विरोध में आक्रामक रुख अपना लिया है.
ये डिपॉजिट निकाली नहीं जा सकी तो विवि यानी विद्यार्थियों का बहुत बड़ा नुकसान होगा. आमतौर पर विवि का पैसा राष्ट्रीयकृत बैंक में रखा जाता है लेकिन विवि ने कुछ साल पहले करोड़ों रुपए का डिपॉजिट राष्ट्रीयकृत बैंक से निकालकर येस बैंक में रखा था. रिजर्व बैंक के येस बैंक पर प्रतिबंध लगाने के बाद शुक्रवार को विधिसभा की बैठक आयोजित की गई.
इसमें अधि. मनमोहन वाजपेयी ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने सवाल उपस्थित किया कि विवि ने राष्ट्रीयकृत बैंक में पैसा क्यों नहीं रखा? अन्य सदस्य जगदीश जोशी ने भी इस पर प्रकाश डाला. निवेश समिति की बैठक में भी कभी बैंक में कितने पैसे रखने चाहिए, इस पर चर्चा नहीं की गई.
वर्ष 2016-17 में विवि के 'करंट अकाउंट' में 70 करोड़ रुपए थे. उसे कहीं न कहीं निवेश करने का निर्णय हुआ था. राष्ट्रीयकृत बैंकों से 'कोटेशन' लेने की चर्चा भी हुई थी. वाजपेयी ने जानना चाहा कि येस बैंक में कितनी निधि है.