इन नेताओं पर मुन्ना बजरंगी की पत्नी ने लगाए हत्या के आरोप, बोली- सिर्फ मर्डर एरिया में cctv क्यों खराब?
By पल्लवी कुमारी | Published: July 10, 2018 09:22 AM2018-07-10T09:22:03+5:302018-07-10T10:03:49+5:30
रविवार ( 8 जुलाई) को मुन्ना झांसी से बागपत जेल लाया गया था क्योंकि बागपत कोर्ट में सोमवार( 9 जुलाई) को मुन्ना की किसी रेलवे मामले में पेशी थी। इसके अगली सुबह उसकी 10 गोलियां मारकर हत्या कर दी गई।
लखनऊ, 10 जुलाई: उत्तर प्रदेश में 4 लेयर सिक्योरिटी के बाद भी बागपत जेल के अंदर मुन्ना बजरंगी की हत्या ने राज्य के सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दिए हैं। बागपत जेल में सोमवार( 9 जुलाई) की सुबह माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की दस गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। जिसका आरोप बागपत जेल में ही बंद गैंगस्टर सुनील राठी पर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश देकर जेलर, डिप्टी जेलर समेत 4 जेलकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। सोमवार( 9 जुलाई) सुबह बागपत जेल में वो हुआ जिससे जेल की सुरक्षा के पोल खुल गए। बागपत जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक नंबर- 2 से सुबह 6:30 बजे जैसे ही माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी को जैसे ही बाहर लाया गया, करीब से उनको एक के बाद एक दस गोलियां मारी गईं। जिसके बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हाई सिक्योरिटी बैरक नम्बर 10 में बंद गैंगस्टर सुनील राठी पर हत्या का शक है।
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रविवार ( 8 जुलाई) को मुन्ना झांसी से बागपत जेल लाया गया था क्योंकि बागपत कोर्ट में सोमवार( 9 जुलाई) को मुन्ना की किसी रेलवे मामले में पेशी थी। मुन्ना को वो रविवार रात 9:30 बजे 23 सुरक्षाकर्मियों के साथ झांसी की जेल से यहां आया था।
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बागपत का रहने वाला सुनील राठी पर 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं। हालांकि जिस बंदूक से मुन्ना की हत्या हुई, वो अब तक बरामद नहीं हुई है। पुलिस के मुताबिक उसे टॉयलेट में फेंक दिया गया है। टॉयलेट जिसकी खुदाई की जा रही है। जिस जगह इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ था।
इधर मुन्ना की पत्नी सीमा का कहना है कि वह तकरीबन कुछ दिनों पहले ही उसने अपने पति के हत्या का शक जाहिर किया था। मुन्ना बजरंगी के पत्नी का कहना था कि उसने सीएम योगी और यूपी पुलिस को इस बात के लिए सूचित किया था कि उसके पति को मारने की साजिश चल रही है। सीमा का कहना है कि उसने सीएम योगी से लेकर मानवाधिकार तक को सूचित किया था।
पत्नी ने यह आरोप लगाया था कि उसके पति को फेक एनकाउंटर में मारा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इसकी साजिश में पूर्व सांसद धनंजय सिंह, पीके तिवारी, जयंत सिंह और मनोज सिन्हा ने रची है। इसमें सरकार और एसटीएफ के लोग भी शामिल हैं।
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