मुंबई यूनिवर्सिटी का गजब कारनामा, लॉ की परीक्षा में बांट दिया पिछले साल का पर्चा, पता चलते ही लिया वापस
By विनीत कुमार | Published: October 12, 2022 11:37 AM2022-10-12T11:37:50+5:302022-10-12T12:20:19+5:30
मुंबई यूनिवर्सिटी में लॉ के प्रथम वर्ष छात्रों को उस समय अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा, जब परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही इसे रोक दिया गया। दरअसल यूनिवर्सिटी ने पिछले साल के प्रश्न पत्र बांट दिए थे।
मुंबई: मुंबई विश्वविद्यालय का एक अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है। यूनिवर्सिटी की ओर से मंगलवार को प्रथम वर्ष की एलएलबी परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र जारी किया गया और फिर 11 बजे परीक्षा शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही इसे वापस ले लिया गया। दरअसल बांटा गया प्रश्न पत्र पिछले साल का था। इसका अहसास होते ही पर्चा वापस लिया जाने लगा।
कई कॉलेजों में यही प्रश्न पत्र वितरित किया गया था और फिर वापस ले लिया गया। इसके बाद छात्रों को दोपहर में परीक्षा के लिए वापस आने के लिए कहा गया। आखिरकार उन्हें एक घंटे की देरी के बाद नया प्रश्न पत्र दिया गया।
मुंबई यूनिवर्सिटी के 2021-22 बैच के प्रथम वर्ष के कानून के छात्रों का सत्र देरी से नामांकन की वजह इस बार छह महीने लेट चल रहा है। इन छात्रों ने मंगलवार को अपने सेमेस्टर-2 की परीक्षा दी। संवैधानिक कानून का पेपर सुबह 11 बजे शुरू होना था। ई-डिलीवरी के जरिए प्रश्न पत्र कॉलेजों को भेजे जाते हैं। इसके तहत विश्वविद्यालय प्रश्न पत्र अपलोड करता है और कॉलेजों से इसे डाउनलोड करने और प्रतियां प्रिंट कर छात्रों को बांटा जाता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार एक कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया, 'छात्रों को प्रश्नपत्र वितरित किए जाने के कुछ मिनट बाद विश्वविद्यालय को पता चला कि पिछली परीक्षा का प्रश्न पत्र जारी किया गया है। उन्होंने तत्काल कॉलेजों को इस बारें बताया और कहा गया कि परीक्षा रोक दी जाए। छात्र पहले से ही पेपर करना शुरू कर चुके थे, जब हमें इसे वापस लेना पड़ा तो वे नाराज थे। पूरी तरह से अफरातफरी हो गई थी क्योंकि उकक्षाओं में 300 से अधिक छात्र बैठे हुए थे।'
मुंबई विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि 'कुछ तकनीकी कारण से पिछले साल का पेपर गलती से कॉलेजों को भेज दिया गया था।' उन्होंने आगे कहा, 'मामले की जानकारी के बाद नए संवैधानिक कानून का पेपर तुरंत कॉलेजों को भेजा गया। दोपहर करीब 12 बजे छात्रों को संशोधित पेपर दिया गया और छात्रों को अतिरिक्त समय दिया गया।'