मुंबई में कोरोना पॉजिटिव बच्चों में मिले PMIS बीमारी के लक्षण, दो की मौत, डॉक्टरों की बढ़ी चिंता
By विनीत कुमार | Updated: July 22, 2020 11:01 IST2020-07-22T11:01:00+5:302020-07-22T11:01:00+5:30
मुंबई में कोरोना वायरस संकट के बीच संक्रमित बच्चों में PMIS बीमारी के भी लक्षण सामने आ रहे हैं। इससे डॉक्टरों की चिंता बढ़ गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार दो बच्चों की मौत भी हुई है।

कोरोना पॉजिटिव बच्चों में मिल रहे हैं PMIS रोग के भी लक्षण (प्रतीकात्मक तस्वीर)
कोरोना संकट के बीच मुंबई में बच्चों में एक अलग बीमारी भी देखने को मिली है। दरअसल, कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मुंबई के वाडिया अस्पताल में भर्ती 100 बच्चों में से 18 में PMIS (Paediatric Multisystem Inflammatory Syndrome) के लक्षण मिले हैं। डॉक्टरों के लिए ये बड़ी चिंता का विषय है।
PMIS को जापान के बाल रोग विशेषज्ञ टोमिसाकु कावासाकी द्वारा पहली बार खोजा गया था। इस बीमारी में बुखार, स्किन मे रैश होना, आंखें लाल होना, सुस्त रहना और डायरिया जैसे लक्षण सामने आते हैं। अगर इसका इलाज नहीं किया गया तो मौत भी हो सकती है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार दो बच्चों की मौत भी मुंबई में PMIS की बीमारी सामने आने के बाद हो गई है। वाडिया चिल्ड्रेन अस्पताल की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. शकुंतला प्रभु ने बताया, 'दो बच्चों की मौत हो गई है। एक को कोविड-19 के साथ कैंसर भी था। वहीं, एक और बच्चा जो हमारे पास लाया गया था, उसकी हालत गंभीर थी। मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया था और उसकी मौत छह घंटे के अंदर हो गई। चार बीमारी से ठीक हो रहे हैं जबकि बाकी को डिस्चार्ज किया जा चुका है।'
वहीं, मुंबई के एक निवासी रविंद्र बोर्कर ने कहा कि उनकी 10 साल की भतीजी को PMIS हुआ था। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों को बीमारी को पकड़ने में काफी समय लगा था।
गौरतलब है कि ये बीमारी आम तौर पर पांच साल से कम की उम्र के बच्चों को होता है लेकिन चिंताजनक रूप से भारत में PMIS 10 महीने से कम सहित 15 साल तक के उम्र के बच्चों में देखा गया है।
कोरोना के साथ PMIS के केसों पर भी डॉक्टरों का रिसर्च शुरू हो गया है। साथ ही आईसीएमआर को भी इस मामले में जानकारी दे दी गई है। ये केस मुंबई में जून से सामने आ रहे हैं। ऐसे मामले चेन्नई, दिल्ली और जयपुर में भी देखने को मिले हैं।