देहरादून के मोनुद्दीन बने लोगों के लिए मिसाल, गोद लिए हिन्दू बेटे की धूमधाम से निकाली बारात
By भारती द्विवेदी | Published: February 12, 2018 12:10 PM2018-02-12T12:10:32+5:302018-02-12T12:50:04+5:30
मोनुद्दीन ने 12 साल पहले राकेश को उस वक्त गोद लिया था, जब उसके मां-बाप की मौत हो गई थी।
देहरादून, 12 फरवरी। पूरे देश में जहां आजकल हिंदू-मुस्लिम के बीच धर्म जैसी चीजों पर बवाल कटा हुआ है, वहीं उत्तराखंड से एक बेहद ही दिल छू लेनी वाली खबर सामने आई है। यहां एक मुस्लिम परिवार खबरों में बना हुआ है। दरअसल, चर्चा की वजह एक हिंदू लड़का राकेश रस्तोगी है, जिसे उन्होंने 12 साल की उम्र में गोद लिया था। इस परिवार ने 12 साल पहले राकेश को उस वक्त गोद लिया था, जब उसके मां-बाप की मौत हो गई थी। तब से लेकर अबतक उन्होंने राकेश को अपने बच्चों की तरह ना सिर्फ पाला है, बल्कि उसे उसकी पहचान के साथ जीने की आजादी दी है। देहरादून के मोनुद्दीन ने राकेश की शादी पूरी हिंदू रीति-रिवाजों के साथ करवाई है।
Dehradun: Muslim family adopted an orphan Hindu boy at the age of 12, got him married as per Hindu traditions; groom said, 'I celebrate Holi, Diwali & all other festivals in the same house, they loved me & supported me in everything including my marriage' #Uttarakhandpic.twitter.com/vCf3nPcNMo
— ANI (@ANI) February 11, 2018
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राकेश ने बताया कि कैसे मोनुद्दीन और उनकी फैमिली ने उसके हर चीज का ख्याल रखा है। कभी भी किसी चीज के लिए उसके ऊपर दबाव नहीं बनाया गया। राकेश ने कहा 'मुस्लिम परिवार में रहकर उसने दीवाली, होली से लेकर हर त्योहार मनाए हैं। इस फैमिली ने मुझे कभी महसूस नहीं होने दिया कि मैं अनाथ हूं। इन लोगों ने मेरी हर समय सहायता की है।'