दिल्ली हिंसा: कांग्रेस नेता ने की अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा और प्रवेश वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग
By धीरज पाल | Updated: March 9, 2020 16:32 IST2020-03-09T16:04:13+5:302020-03-09T16:32:26+5:30
गौरतलब है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में भड़की हिंसा में 53 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

दिल्ली हिंसा: कांग्रेस नेता ने की अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा और प्रवेश वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग
नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने सोमवार (09 मार्च) को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, BJP नेता कपिल मिश्रा और प्रवेश वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज़ करने की मांग की है। मुकुल ने एक प्रेस कांन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दिल्ली हिंसा में 690 FIR दर्ज़ हुईं। ऐसे में हम केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, BJP नेता कपिल मिश्रा और प्रवेश वर्मा (दिल्ली चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने पर) के खिलाफ FIR दर्ज़ करने की मांग करते हैं।
उन्होंने कहा, '' जो देखने को मिला वो बहुत भयावह था। यह दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा की ओर से धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण किया गया और दंगों में इसका बहुत बड़ा योगदान रहा ।''
वासनिक ने आरोप लगाया कि देश में बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था का संकट, महिलाओं की असुरक्षा और दलितों की समस्याओं से ध्यान भटकाने का भाजपा का षड्यंत्र हो सकता है
Mukul Wasnik, Congress: We demand that an FIR be registered against Union Minister Anurag Thakur, BJP leaders Kapil Mishra & Parvesh Verma (for their speeches during Delhi polls). We also demand judicial inquiry in supervision of a sitting judge of High Court or Supreme Court. https://t.co/AcfuMB5M2Xpic.twitter.com/fwGxxsiZze
— ANI (@ANI) March 9, 2020
वासनिक ने कहा कि कई जगह देखा गया कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही। कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने आरोप लगाया कि दिल्ली में हिंसा के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावितों की पूरी मदद की जाए । कांग्रेस की इस टीम में मुकुल वासनिक, शक्ति सिंह गोहिल, कुमारी शैलजा, तारिक अनवर और सुष्मिता देव शामिल थे। गौरतलब है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में भड़की हिंसा में 53 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
कपिल मिश्रा ने दिया था विवादित बयान
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के सामने मिश्रा ने कथित तौर पर कहा था कि अगर तीन दिन के अंदर सड़कों को संशोधित नागरिकता विरोधी प्रदर्शनकारियों से खाली नहीं कराया गया तो वह एवं उनके समर्थक सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे।