मुख्तार ने कोर्ट में अर्जी देकर लगाई गुहार, नाम के आगे बाहुबली,माफिया और डॉन का प्रयोग बंद कराने की अपील की
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 5, 2023 02:42 PM2023-05-05T14:42:43+5:302023-05-05T14:44:55+5:30
मुख्तार ने आरोप लगाया है कि उसको बदनाम करने के लिए कुछ पुलिस अधिकारियों और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा बाहुबली, माफिया और डॉन जैसे शब्दों का इस्तेमाल जानबूझकर उसकी छवि बिगाड़ने के लिए किया जाता है।
लखनऊ: गैंगस्टर मुख्तार अंसारी ने विशेष सत्र न्यायाधीश, बाराबंकी की कोर्ट में अपने वकील रणधीर सिंह सुमन के जरिए एक अर्जी देकर कहा है कि देश के निर्माण में उसकी और उसके परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसलिए उसके नाम के आगे बाहुबली, माफिया और डॉन लिखकर जो दुष्प्रचार किया जा रहा है उस पर रोक लगाई जाए।
मुख्तार ने आरोप लगाया है कि उसको बदनाम करने के लिए कुछ पुलिस अधिकारियों और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा बाहुबली, माफिया और डॉन जैसे शब्दों का इस्तेमाल जानबूझकर उसकी छवि बिगाड़ने के लिए किया जाता है।
बाराबंकी की कोर्ट में अपने वकील के माध्यम से दायर याचिका में मुख्तार ने कहा है, "पुलिस के कुछ वर्तमान और पूर्व अधिकारी मीडिया के जरिए दुष्प्रचार कर रहे हैं। मुकदमों में आरोप पत्र दाखिल हो जाने के बाद कोर्ट में विवेचना जारी है और अधिकारी गैंगस्टर एक्ट का दुरुपयोग कर मेरे साथियों पर गलत कार्रवाई कर रहे हैं। कई लोग मेरे लिए माफिया डॉन, बाहुबली, गुर्गे जैसे अपशब्दों का प्रयोग कर रहै है। मेरा चरित्र खराब करने का कार्य किया जा रहा है। मैं कई बार विधायक रहा हुं और मेरे परिवार की देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जब मुझे चुनाव के मैदान में कोई हरा नहीं पाया, तो कुछ राजनीतिक प्रतिद्वंदी कुचक्र रचकर मेरा राजनीतिक भविष्य खराब करने में लगे हैं।"
बता दें कि गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने शनिवार, 29 अप्रैल को मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर मामले में दोषी करार देते हुए 10 साल कैद और 5 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। मुख्तार अंसारी के भाई और बसपा सांसद अफजाल अंसारी को भी दोषी करार दिया गया। अफजाल को चार साल की सजा मिली है और 1 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है।
मुख्तार अंसारी के दादा डॉ. मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के दौरान 1926-27 में इंडियन नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। वो देश के राष्ट्रपित महात्मा गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे। गाजीपुर जिले का सरकारी जिला अस्पताल भी उन्ही के नाम पर है। महावीर चक्र विजेता ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान अंसारी बाहुबली मुख्तार अंसारी के नाना थे जिन्होंने 1947 की जंग में न सिर्फ भारतीय सेना की तरफ से नौशेरा की लड़ाई लड़ी थी। मुख्तार अंसारी के पिता सुब्हानउल्लाह अंसारी कम्युनिस्ट नेता थे और साफ सुथरी छवि के लिए जाने जाते थे।