इस समय वन विभाग दो पड़ोसी राज्यों मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में लगातार नजर जमाए हुए है। दरअसल, मामला कुछ ऐसा है कि बुंदेलखंड के गांवों के खेतों में एक बाघ देखा गया है, जिसके बाद वन विभाग उसके मूवमेंट की निगरानी कर रहा हैं। बताया जा रहा है कि बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व (पीटीआर) से निकलने के बाद भटक गया है और यह यूपी के हमीरपुर के गांव में देखा गया। अंदाजा लगाता जा रहा है कि बाघ पीटीआर से लगभग 150 किलोमीटर दूरी तय करके यहां 22 नवंबर को देखा गया।
टीओई के अनुसार, ऐसा पहली बार हुआ है जब बुंदेलखंड के इस हिस्से में रॉयल बंगाल टाइगर को देखा गया। इसके बाद एक ग्रामीण ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया। इस संबंध में पार्क के निदेशक केएस भदोरिया ने बताया है कि पीटीआर में शावक और वयस्क सहित लगभग 50 बाघ हैं और बड़ी संख्या में उन्हें बफर जोन में भी देखा गया। ऐसी संभावनाएं हैं कि इनमें से हो सकता है कि एक बाघ भटक गया हो।
बताया गया है कि ऐसा प्रतीत हुआ है कि बाघ केन नदी के किनारे जोकि यूपी और एमपी में बुंदेलखंड की लाइफ लाइन कही जाती है के सहारे पहुंचा। उसके मूवमेंट को यूपी के बुंदेलखंड रेंज के वन विभाग के अधिकारियों ने हमीरपुर-महोबा जिलों के 7 गांवों की चिन्हिंत किया।
अधिकारियों को अबतक बाघ को करीब से नहीं देखा है और कुछ ग्रामीणों ने अपने मोबाइल फोन से उसका फोटो क्लिक किया है। हालांकि यह फोटो काफी दूरी से लिया गया, जिसकी वजह से उसकी सही से पहचान नहीं हो सकी है।
बता दें कि साल 2016 में पन्ना टाइगर रिजर्व से एक बाघिन ने ओल्ड फॉरेस्ट कॉरिडोर का इस्तेमाल कर बाहर आ गई थी, जिसके बाद से वह भटककर यूपी के चित्रकूट के पास रानीपुर अभयारण्य पहुंच गई थी। वह करीब 50 किलो मीटर यात्रा कर गई थी।