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MP: 'हनुमान चालीसा' की वजह से गिरी सरकार- 40 दिन में 40 विधायक ने छोड़ा पार्टी, उद्धव ठाकरे पर राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का तंज

By आजाद खान | Updated: June 30, 2022 14:18 IST

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व सीएम कमलनाथ को "कन्फ्यूजननाथ" बताया है और कहा है कि वो लोगों में भम्र फैलाकर अपनी राजनीति करते है।

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ठळक मुद्देमध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने महाराष्ट्र में सरकार गिरने पर तंज कसा है। उन्होंने इसके पीछे हनुमान चालीसा का ही प्रभाव बताया है। इस दौरान नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस और कमलनाथ पर भी निशाना साधा है।

भोपाल: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी की सरकार गिरने को लेकर तीखी टिप्पणी की हैं। इस पर उन्होंने कहा है कि यह देश में पहली बार हुआ है कि हिंदुत्व के नाम पर कोई सरकार गिरी है। उन्होंने महाराष्ट्र में सरकार गिरने के पीछे हनुमान चालीसा को कारण बताया है और कहा है कि हनुमान चालीसा का ही प्रभाव है कि महाविकास अघाड़ी की सरकार गिर गई है। 

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने क्या कहा 

गुरुवार को मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी की सरकार पर निशाना साधते हुए तंज कसा है। राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर बोलते हुए उन्होंने कहा,"मेरा देश बदल रहा है.. महाराष्ट्र वह राज्य है जहां पहली बार हिंदुत्व के नाम पर कोई सरकार गिरी है। हनुमान चालीसा का ही प्रभाव है ‌कि 40 दिन में 40 विधायक चले गए।" 

नरोत्तम मिश्रा ने संजय रावत के उस बयान का भी जवाब दिया है जिसमें वे विधायक के अगवा होने की बात कही थी। इस पर उन्होंने कहा कि संजय राउत जी आपके विधायक अगवा नहीं भगवा हो गए है। 

कांग्रेस और कमलनाथ पर भी साधा निशाना

इश दौरान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस और कमलनाथ पर भी साधा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की संगत में जो भी जाता है, वह साफ ही हो जाता है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ पर बोलते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उनकी राजनीति का मूल मोटिव कन्फ्यूजन है। 

उन्होंने कमलनाथ को "कन्फ्यूजननाथ" बताया है और कहा है कि वो लोगों में भम्र फैलाकर अपनी राजनीति करते है। नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का भी आरोप लगाया है। आपको बता दें कि हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना के 40 नेताओं ने बगावत की थी और वे एकनाथ शिंदे के खेमे में चल गए है।  

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