मध्य प्रदेश: मालवा में बनती जा रही कोरोना की विस्फोटक स्थिति, अंचल के 10 जिलों में पैर पसार चुका है वायरस

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 13, 2020 08:09 AM2020-04-13T08:09:09+5:302020-04-13T08:09:09+5:30

मालवा अंचल के दो संभागों इंदौर और उज्जैन के 15 जिलों में से 10 जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इंदौर संभाग के 10 जिलों में से इंदौर, धार, खरगौन, बड़वानी और खण्डवा जिलों में अब तक कोरोना संक्रमित मिले हैं.

MP: Explosive situation of Coronavirus in Malwa, virus has spread in 10 districts of region | मध्य प्रदेश: मालवा में बनती जा रही कोरोना की विस्फोटक स्थिति, अंचल के 10 जिलों में पैर पसार चुका है वायरस

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)

Highlightsमध्य प्रदेश के मालवा अंचल में कोरोना की विस्फोटक स्थिति बनती जा रही है. इस अंचल के इंदौर सहित 10 जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, साथ ही मृतकों की संख्या भी इन्हीं जिलों में ज्यादा है.

मध्य प्रदेश के मालवा अंचल में कोरोना की विस्फोटक स्थिति बनती जा रही है. इस अंचल के इंदौर सहित 10 जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, साथ ही मृतकों की संख्या भी इन्हीं जिलों में ज्यादा है. सरकार ने भी अब इस अंचल पर पूरा फोकस किया है. प्रदेश के अन्य जिलों से यहां पर डाक्टरों के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती की जा रही है.

मालवा अंचल के दो संभागों इंदौर और उज्जैन के 15 जिलों में से 10 जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इंदौर संभाग के 10 जिलों में से इंदौर, धार, खरगौन, बड़वानी और खण्डवा जिलों में अब तक कोरोना संक्रमित मिले हैं. इंदौर संभाग में तीन जिलों झाबुआ, अलीराजपुर और बुरहानपुर अभी अछूते हैं. यहां पर कोई मरीज नहीं मिले हैं. इनमें इंदौर और खरगौन जिलों में तो कोरोना संक्रमितों की मौत भी हुई है.

वहीं उज्जैन संभाग के 7 जिलों उज्जैन, देवास, रतलाम, शाजापुर, मंदसौर, आगर मालवा और नीमच में 5 जिले प्रभावित हैं. जबकि आगर मालवा और नीमच जिले अभी अछूते हैं. इन जिलों में पाए संक्रमितों की भी मौत हुई है. इस तरह देखा जाए तो मालवा अंचल के 15 जिलों में से मात्र 5 जिले झाबुआ, अलीराजपुर, बुरहानपुर, आगर मालवा और नीमच में ही इसके मरीज नहीं मिले हैं.

मालवा की बनती भयावह इस स्थिति को देख अब सरकार ने भी कसावट शुरू कर दी है, साथ ही स्वास्थ्य अमले को भी बढ़ा दिया है. इंदौर में सरकार ने पहले कुछ प्रशासनिक अधिकारियों को इस स्थिति से निपटने के लिए पदस्थ किया इसके बाद अब प्रदेश के अन्य जिलों से 102 डाक्टरों को भी पदस्थ किया है. इनमें लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 70 बंधपत्र चिकित्सकों एवं 32 नियमित चिकित्सकों को आगामी आदेश तक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी हैं.

30 जिले हैं सुरक्षित

गौरतलब है कि राज्य में 52 जिले हैं, जिनमें से 22 जिलों में अब तक कोरोना संक्रमित लोग मिल चुके हैं. अभी राज्य के 30 जिले ऐसे हैं, जहां इस मर्ज का एक भी मरीज नहीं मिला है. सरकार की ओर से लगातार बीमारी को काबू में रखने के इंतजाम किए जा रहे हैं. सरकार का प्रयास है कि कोरोना वायरस का संक्रमण शेष जिलों तक न पहुंचे, इसके लिए पूरा ध्यान इन 22 जिलों पर केन्द्रित कर दिया है.

फैक्ट्री चालू करने की तैयारी

14 अप्रैल को लॉकडाउन समाप्त होने के साथ ही यह माना जा रहा है कि लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा. वहीं सरकार ने इंडस्ट्रीयल क्षेत्रों में फैक्ट्रीयों को भी चालू करने की कवायद शुरू की है. सरकार ने श्रम और इंडस्ट्रीय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे फैक्ट्री क्षेत्र में जाकर यह तय करें कि फैक्ट्री संचालन के पहले वहां पर सोशल डिस्टेससिंग और सेनेटाइज की व्यवस्था कराई जाए.

इसके अलावा संचालकों से चर्चा कर 3 शिफ्टों में फैक्ट्री का संचालन न करके 12-12 घंटों की 2 शिफ्टों में फैक्ट्री का संचालन किया जाए. साथ ही एक शिफ्ट में 30 से 50 फीसदी लोगों को ही काम पर बुलाया जाए. इसके अलावा स्वास्थ्य को ध्यान रखते हुए जिन कर्मचारियों को एक सप्ताह तक काम पर बुलाया गया, उन्हें 11 दिन का आराम देकर 11 दिन के बाद काम पर बुलाया जाए. उद्योग और श्रम विभाग के अधिकारी इसकी रूपरेखा तय करने में जुट गए हैं. साथ ही वे लगातार फैक्ट्री संचालकों से चर्चा कर उन्हें इस बात के लिए मना रहे हैं.

संदिग्धों की मॉनीटरिंग करेंगे शिक्षक

राजधानी में बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए राज्य सरकार ने कोरोना वायरस संदिग्धों की मानीटरिंग के लिए अहम फैसला लिया है. दिल्ली की तर्ज पर प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी कोरोना संक्रमितों का पता लगाने के लिए शासकीय शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जा रही है, जो शिक्षक जिस वार्ड में रहते हैं वो वहां की मॉनिटरिंग करेंगे.

भोपाल में पहले चरण में 22 वार्डों में 22 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है. गौरतलब है कि भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 130 से ज्यादा हो गई है. भोपाल जिले में एक संक्रमित मरीज की मौत भी हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की है. ये आंकड़ा हर दिन बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में सबसे खराब हालत इस समय इंदौर की है, जहां कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या 249 तक पहुंच गई है, इंदौर में अब तक 30 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है.

Web Title: MP: Explosive situation of Coronavirus in Malwa, virus has spread in 10 districts of region

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