मध्य प्रदेशः नहर में गिरी नर्सिंग छात्रों से भरी बस, 42 शव निकाले गए, परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता
By शिवअनुराग पटैरया | Updated: February 16, 2021 18:34 IST2021-02-16T17:57:46+5:302021-02-16T18:34:19+5:30
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में यात्रियों से भरी एक बस मंगलवार सुबह पुल से नहर में गिर गई, जिससे 16 महिलाओं एवं एक बच्चे सहित 42 लोगों की मौत हो गई है।

हादसा सुबह करीब साढ़े सात बजे हुआ और नहर में करीब 25 फुट पानी था। (file photo)
भोपालः मध्य प्रदेश के सीधी जिले आज सुबह एक बस के नहर में गिर जाने से कम से कम 42 लोगों की मृत्यु हो गई। नर्सिंग छात्र-छात्राओं से भरी हुई एक बस नहर में जा गिरी।
बस में 58 लोग सवार थे। ड्राइवर समेत 6 लोग बस के नहर में गिरते ही तैरकर बाहर आ गए। राज्य सरकार ने बस दुर्घटना में मारे गए सभी लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है। बस मुख्य मार्ग छोड़कर नहर के रास्ते छोटे मार्ग से सीधी से सतना की तरफ जा रही थी।
रामपुर के नैकिन इलाके में सुबह करीब 7.30 बजे के आसपास बाणसागर नहर में गिर गई। दुर्घटना की खबर मिलने के बाद जिला प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ किए गए। लगभग साढ़े 11 बजे के आसपास दुर्घटनाग्रस्त बस को क्रैन की मदद से बाहर निकाल लिया गया।
एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने 42 शवों को बरामद कर लिया
एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने 42 शवों को बरामद कर लिया और शेष बचे गुमशुदा लोगों की तलाश तेज की गई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सीधी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर मैं लगातार प्रशासन और राहत कार्य में जुटे लोगों के संपर्क में हूं। मन बहुत व्यथित है।’’
उन्होंने कहा कि बचाव कार्य लगातार जारी है। जिलाधिकारी, आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है। चौहान ने कहा कि राज्य के मंत्री तुलसीराम सिलावट और रामखेलावन पटेल तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हो गये हैं। उन्होंने कहा कि हादसे के वक्त यह बस सीधी से सतना जा रही थी।
अपील है कि सभी धैर्य रखें
उन्होंने कहा, ‘‘इस दुर्घटना में हमारे जो भाई-बहन नहीं रहे, उनके परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि तत्काल दी जाएगी। मेरी अपील है कि सभी धैर्य रखें।’’ चौहान ने कहा, ‘‘नहर के जलस्तर को कम करने के लिए बाणसागर की ओर से आने वाले पानी को भी रोक दिया गया है।’’
इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘प्रदेश में सीधी से सतना जा रही बस के नहर में गिर जाने की दुखद ख़बर सामने आयी है। कई यात्रियों के हताहत होने की जानकारी सामने आयी है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि तत्काल राहत कार्य प्रारंभ कर बस में फंसे यात्रियों को बचाने के लिये प्रयास हो। पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाए।’’
मुख्यमंत्री चौहान ने ली उच्च स्तरीय बैठक: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी में हुई बस दुर्घटना के संबंध में मंत्रालय में मंत्रीगण के साथ उच्च स्तरीय बैठक ली। उन्होंने जल संसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावट तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री राम खेलावन पटेल को तत्काल घटना स्थल के लिए रवाना होने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को निर्देश दिए की राहत कार्यों में संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाए, राहत और सहायता कार्य पूर्ण संवेदनशीलता के साथ संचालित किए जाएं।
पुलिस प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमें घटना स्थल पर सक्रिय: पुलिस, प्रशासन तथा एसडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर सर्च और राहत कार्य में लगातार सक्रिय हैं। हाइड्रा तथा अन्य आवश्यक संसाधन मौके पर उपलब्ध हैं। डॉक्टर तथा एम्बुलेंस सहित सहायता की सभी व्यवस्थाएं घटना स्थल पर की गई हैं। घटना स्थल पर सांसद रीति पाठक, विधायक चुरहट शरदेन्दु तिवारी, रीवा संभागायुक्त राजेश कुमार जैन, आईजी रीवा उमेश जोगा, कलेक्टर व एसपी मौजूद हैं।
पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के सीधी जिले में ‘‘भयावह’’ बस दुर्घटना को लेकर मंगलवार को शोक जताया और हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने को मंजूरी दी। पुलिस ने बताया कि सीधी जिले में सुबह एक बस पुल से नहर में गिर गई।
मोदी ने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश के सीधी में बस दुर्घटना भयावह है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। स्थानीय प्रशासन बचाव और राहत कार्य में सक्रिय रूप से शामिल है।’’ उनके कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के सीधी में बस दुर्घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की है। गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी।’’