मदर टेरेसा जयंती, 18 की उम्र में छोड़ा घर, 19 की उम्र में आईं भारत गुजारा शेष पूरा जीवन
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: August 26, 2018 14:56 IST2018-08-26T14:01:30+5:302018-08-26T14:56:41+5:30
मदर टेरेसा ने 1950 में मिशनरीज ऑफ चैरिटीजी नामक संस्था स्थापित की। इस संस्था के माध्यम से उन्होंने पीड़ितों, वंचितों और गरीबों की सेवा की।

mother teresa
नयी दिल्ली, 26 अगस्त :भाषा: बीसवीं सदी में जन्म लेने वाले लोगों को सदा इस बात का अभिमान रहेगा कि उन्होंने उस दौर में सांस ली है, जिस दौर में मदर टेरेसा जैसी महान विभूति इस दुनिया में थी। 26 अगस्त 1910 की तारीख इतिहास में भारत रत्न मदर टेरेसा के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है।
मदर टेरेसा का जन्म 1910 में अल्बानिया में हुआ था। उन्होंने 18 साल की उम्र में 1928 में ईसाई नन बनने का फैसला किया था। टेरेसा ने पहले एक साल आयरलैंड में चर्च में धार्मिक और अंग्रेजी की शिक्षा प्राप्त की उसके बाद वो 1929 में भारत आ गईं।
मदर टेरेसा ने अपना शेष जीवन भारत में ही गुजारा। 1950 में टेरेसा ने मिशनरीज ऑफ चैरिटीजी नामक संस्था स्थापित की। इस संस्था के माध्यम से उन्होंने पीड़ितों, वंचितों और गरीबों की सेवा की।
1962 में टेरेसा को रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1979 में मदर टेरेसा को शांति का नोबेल पुरस्कार मिला।
1980 में भारत सरकार ने टेरेसा के सेवा कार्यों के लिए उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया।
मदर टेरेसा का पाँच सितंबर 1997 को 87 वर्ष की उम्र में कोलकाता में निधन हो गया।
आज की तारीख में दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार लेखा जोखा निम्नलिखित है:-
1303 : अलाउद्दीन ख़िलजी ने चित्तौड़गढ़ पर क़ब्ज़ा किया।
1541 : तुर्की के सुलतान सुलेमान ने बुडा और हंगरी को अपने कब्जे में किया।
1910 : भारत रत्न से सम्मानित मदर टेरेसा का जन्म।
1914 : बंगाल के क्रांतिकारियों ने कलकत्ता में ब्रिटिश बेड़े पर हमला कर 50 माउजर और 46 हज़ार राउंड गोलियाँ लूटी।
1920 : अमेरिका में महिलाओं को मताधिकार मिला।
1982 : नासा ने टेलीसेट-एफ का प्रक्षेपण किया।
1988 : म्यांमार अहिंसावादी नेता आंग सान सू ची मोर्चा लेकर रंगून पहुंचीं।
2002 : दक्षिण अफ़्रीका के जोहानिसबर्ग शहर में दस दिवसीय पृथ्वी सम्मेलन शुरू।
2007 : पाक-अफ़ग़ान सीमा पर अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना ने 12 तालिबानियों को मार गिराया।
2015 : अमेरिका के वर्जीनिया में दो पत्रकारों की गोली मारकर हत्या।