दिल्ली में सड़कों पर उतरे 55 हजार से ज्यादा किसान, जानिए किन मांगों को लेकर निकाली गर्जना रैली
By सत्या द्विवेदी | Published: December 19, 2022 03:32 PM2022-12-19T15:32:18+5:302022-12-19T15:32:18+5:30
भारतीय किसान संघ की ओर से दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान गर्जना रैली का आयोजन। 50 से 55 हजार किसानों के आने की संभावना है। किसानों ने रखी सरकार के आगे अपनी कई मांग
नई दिल्ली: दिल्ली के रामलीला मैदान में हजारों किसानों का हुजूम उमड़ा पड़ा है। किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का संगठन भारतीय किसान संघ देश सोमवार को 'किसान गर्जना' रैली कर रहा है। इस विरोध मार्च में हिस्सा लेने के लिए यूपी, पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई हिस्सों से किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। दावा है कि इस गर्जना रैली में लगभग 50 से 60 हजार किसान करीब 700 से 800 बस और 4000 प्राइवेट वाहनों में आने वाले हैं।
किसानों की क्या हैं मांगे
गौरतलब है कि भारतीय किसान संगठन (बीकेएस) की मांग है कि केंद्र सरकार कृषि उपज पर जीएसटी न लगाएं साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि की राशि में खेती की बढ़ी लागत के अनुपात में बढ़ोतरी करे। अनाज में सब्सिडी के अलावा डीबीटी के माध्यम से किसानों को आर्थिक सहायता देने की मांग, सिंचाई और नदी लिंक प्रोजेक्ट्स के लिए मदद, बीकेएस ने इस उद्देश्य के लिए अधिक पैसे देने करने की मांग की है । वहीं जीएम सरसों के बीज को मंजूरी न मिले। देश की निर्यात-आयात नीति लोगों के हित में हो, देश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ किसानों की आय बढ़ाने की मांग सहित कई अन्य मांगें भी की जा रही हैं।
किसानों की आत्महत्या का कारण
भारतीय किसान संघ का कहना है कि फल, सब्जियां, अनाज, दूध आदि उपलब्ध कराने वाले किसान आज अपनी कृषि उपज का पर्याप्त मूल्य न मिलने से निराश हैं और इसके कारण आत्महत्या कर रहे हैं। किसान संघ का कहना है कि उनकी मांगें कई वर्षों से लंबित हैं। बता दें कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया था कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाएंगे । जिसके बाद किसान संगठनों ने लंबे समय से चल रहे आंदोलन को खत्म कर दिया था।