मध्य प्रदेश की इन 6 सीटों पर 8.6 फीसदी ज्यादा वोटिंग, राजनीतिक दल परेशान
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 1, 2019 05:35 AM2019-05-01T05:35:25+5:302019-05-01T05:35:25+5:30
प्रथम चरण के मतदान के आंकड़ों के अनुसार छिंदवाड़ा में 82 प्रतिशत, जबलपुर में 69.3 प्रतिशत बालाघाट में 76.96 प्रतिशत, मंडला में 77.20 प्रतिशत, शहडोल में 74.4 प्रतिशत और शहडोल में 64.16 प्रतिशत वोटिंग हुई.
मध्यप्रदेश के पहले चरण के मतदान के अंतिम आंकड़े राजनेताओं और राजनीतिक दलों को हैरान-परेशान करने के साथ ही चौकाने वाले साबित हो रहे हैं. मध्यप्रदेश के 6 संसदीय क्षेत्रों छिंदवाड़ा, जबलपुर, बालाघाट, मंडला, सीधी और शहडोल पर कल भारी मतदान हुआ. शुरुआत में शाम 6 बजे तक यह मतदान 66.14 प्रतिशत आका गया था लेकिन देर रात जैसे यह आंकड़े आए तो यह आंकड़ा बढ़कर 73.88 तक पहुंच गया. प्रथम चरण के इस मतदान में सबसे ज्यादा वोट छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में और सबसे कम वोट सीधी संसदीय क्षेत्र में पड़े.
प्रथम चरण के मतदान के अंतिम आंकड़ों के अनुसार छिंदवाड़ा में 82 प्रतिशत, जबलपुर में 69.3 प्रतिशत बालाघाट में 76.96 प्रतिशत, मंडला में 77.20 प्रतिशत, शहडोल में 74.4 प्रतिशत और शहडोल में 64.16 प्रतिशत वोटिंग हुई. प्रथम चरण के मतदान में छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री के बेटे कांग्रेस प्रत्याशी नकुल नाथ का मुकाबला भाजपा के नत्थन शाह जबलपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा प्रत्याशी राकेश सिंह का मुकाबला कांग्रेस के विवेक तन्खा, सीधी में कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व नेता प्रतिपक्ष का मुकाबला भाजपा की रीति पाठक, शहडोल में भाजपा की हिमाद्री सिंह का मुकाबला कांग्रेस की प्रमिला सिंह मंडला में भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह का मुकाबला कांग्रेस के कमल मरावी, बालाघाट में भाजपा के ढ़ाल सिंह बिसेन का मुकाबला कांग्रेस के मधु भगत से था. बालाघाट में भाजपा से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ रहे सांसद बोधसिंह भगत ने इस क्षेत्र में मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया था.
प्रथम चरण में हुए भारी मतदान के बाद राजनीतिक पंडित यह आंकलन लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि आखिर इसका तात्यपर्य क्या है, राज्य में जब भी भारी मतदान हुआ है उसने किसी लहर की तरफ इंगित किया है. राज्य में पिछले तीन चुनावों में हुआ मतदान प्रतिशत कुछ इस प्रकार रहा.
मोदी के पक्ष में हुआ भारी मतदान: भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने लोकमत समाचार से बातचीत करते हुए कहा कि मप्र में प्रथम चरण में हुआ भारी मतदान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए किया गया है. लोग चाहते हैं कि वह एक बार और सत्ता में आकर देश का नेतृत्व करें. भारी मतदान के लिए भाजपा और उसके समविचारी संगठनों ने भी मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक निकलने के लिए प्रेरित किया था आखिर यह राष्ट्र की सुरक्षा का मामला है. लोग राष्ट्र के नाम पर आगे आए हैं.
मोदी सरकार के खिलाफ हुआ मतदान: प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने लोकमत समाचार से बातचीत करते हुए कहा है कि बढ़ा हुआ मतदान हमेशा सरकार के खिलाफ माना जाता है. लोगों ने घरों से बाहर निकल कर मोदी सरकार के खिलाफ भारी मतदान किया है. पिछले 3-4 महीने में मध्य्प्रदेश में हमारी कमलनाथ सरकार ने जो काम किया है उससे भी लोग प्रभावित हुए हैं इसीलिए इतनी ज्यादा संख्या में लोग मतदान के लिए बाहर निकले हैं.
पिछले 3 चुनाव का मतदान प्रतिशत
संसदीय सीट 2019 2014 2009
छिंदवाड़ा 82.00 79.05 71.94
बालाघाट 76.96 68.21 55.13
मंडला 77.20 66.71 55.95
जबलपुर 69.37 58.53 48.83
शहडोल 74.04 62.20 49.74
सीधी 64.16 56.86 51.08