नई दिल्लीः कोरोना वायरस महामारी से जुड़े दिशानिर्देशों का पालन करते हुए सोमवार को संसद के मानसून सत्र का प्रारंभ हुआ। इस दौरान पहली बार लोकसभा के सदस्यों ने राज्यसभा में बैठकर सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सामाजिक दूरी की अनुपालना के मद्देनजर लोकसभा के सदस्यों को उच्च सदन में बैठने की अनुमति देने और राज्यसभा के सदस्यों को निचले सदन में बैठना सुगम बनाने के लिये नियमों एवं प्रक्रियाओं में ढील दी गई है।
सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक हुई जबकि राज्यसभा की कार्यवाही अपराह्न 3 बजे से शाम 7 बजे तक होनी है। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के हिस्से के तहत दोनों सदनों के चैम्बरों और दीर्घाओं को उस समय लोकसभा का हिस्सा माना जायेगा जब इस सदन की कार्यवाही चल रही होगी।
बिरला ने कहा कि यह पहला मौका होगा जब ऐसी व्यवस्था की जा रही है
बिरला ने कहा कि यह पहला मौका होगा जब ऐसी व्यवस्था की जा रही है। सदस्यों को बैठकर बोलने की अनुमति दी गई है। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि कुछ सदस्यों को इसमें परेशानी आ सकती है। बहरहाल, सुबह कार्यवाही शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अन्य अनेक मंत्री और सदस्य मास्क पहनकर बैठक में पहुंचे और सामाजिक दूरी की अनुपालना सुनिश्चित की।
प्रधानमंत्री मोदी ने नीले रंग का थ्री प्लाई मॉस्क पहन रखा था तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान मधुबनी मास्क पहने नजर आए। तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी तथा कुछ सदस्य फेस शील्ड पहनकर सदन में पहुंचे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सफेद रंग का मास्क पहनकर अपने आसन पर पहुंचे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सफेद रंग का मास्क पहन रखा था। सदन में सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर सीट के आगे प्लास्टिक शील्ड कवर लगाया गया है। सदन में बैठने की बदली हुई व्यवस्था के बीच कई सदस्यों को उनके स्थान तक पहुंचने में लोकसभा कर्मी मदद करते भी दिखे।
लोकसभा चेम्बर में करीब 200 सदस्य मौजूद थे तो लगभग 50 सदस्य गैलेरियों में थे
लोकसभा चेम्बर में करीब 200 सदस्य मौजूद थे तो लगभग 50 सदस्य गैलेरियों में थे। लोकसभा चैम्बर में ही एक बड़ा टीवी स्क्रीन लगाया गया है जिसके माध्यम से राज्यसभा चैम्बर में बैठे लोकसभा के सदस्य भी नजर आ रहे थे। गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के बीच सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए सदस्यों को लोकसभा चैम्बर, गैलरियों के साथ ही राज्यसभा के चैंबर में भी बैठाया गया है। मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही परंपरा के मुताबिक राष्ट्रगान के साथ आरंभ हुई।
सदन में प्रधानमंत्री मोदी के पहुंचने पर सत्तापक्षा के सदस्यों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया और ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए। सत्तापक्ष की तरफ पहली पंक्ति में प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद थे। साथ ही पीछे की सीट पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और सरकार के कई अन्य मंत्री भी उपस्थित थे। विपक्ष की तरफ सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और कई अन्य दलों के नेता मौजूद रहे। हिरासत से रिहा होने के बाद फारूक अब्दुल्ला पहली बार लोकसभा पहुंचे।
अधीर रंजन चौधरी, सुप्रिया सुले, दयानिधि मारन और कुछ अन्य सदस्य उनसे गर्मजोशी के साथ मिलते नजर आए। कई अन्य सदस्यों ने भी एक-दूसरे का अभिवादन किया। सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रख्यात शास्त्रीय गायक पंडित जसराज, वर्तमान लोकसभा सदस्य वसंत कुमार और 13 पूर्व दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई जिनका पिछले दिनों निधन हो गया।
इसके बाद कार्यवाही 9 बजकर 20 मिनट पर एक घंटे के लिए स्थगित की गई। सदन में आज विपक्षी सदस्यों ने शोर-शराबा नहीं किया। सदस्यों ने सामाजिक दूरी के निर्देशों का पालन किया। सदन में दूरी बनाकर बैठने की व्यवस्था की गई है और सीटों पर प्लास्टिक का सुरक्षा घेरा लगाया गया है।
मुखर्जी, पं.जसराज, वसंत कुमार, 13 पूर्व सदस्यों को लोस में दी गयी श्रद्धांजलि
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रख्यात शास्त्रीय गायक पंडित जसराज, वर्तमान लोकसभा के सदस्य एच वसंतकुमार और 13 पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दी । इसके बाद सदन की कार्यवाही 9 बजकर करीब 20 मिनट पर एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। कोविड-19 महामारी की परिस्थिति के बीच सामाजिक दूरी और संबंधित दिशानिर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करते हुए सदन की कार्यवाही सुबह नौ बजे आरंभ हुई।
सदन की बैठक आरंभ होने के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों को ‘भारत रत्न’ मुखर्जी, पंडित जसराज, वसंत कुमार और 13 पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी। इसके बाद सदन ने कुछ पल मौन रखकर इन दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि दी। सदन में कोविड-19 महामारी के दौरान अपने अपने दायित्व निर्वाह करते हुए जान गंवाने वाले कोरोना योद्धाओें को भी श्रद्धांजलि दी गई। फिर बिरला ने सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी। बिरला ने कहा कि उन्हें सदन को पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के दुखद निधन के बारे में सूचित करना है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रणब मुखर्जी देश में वर्तमान युग के महानतम राजनेताओं में से एक थे। मात्र 34 वर्ष की अवस्था में वह उच्च सदन के सदस्य बने ।
वह सच्चे अर्थो में लोकतंत्र की मूल भावना के उपासक थे । वह एक प्रभावी वक्ता, कुशल प्रशासक और सफल राजनेता थे । संसदीय परंपराओं और इतिहास के संबंध में उनका ज्ञान और अनुभव अद्वितीय थ । विभिन्न पदों पर रहते हुए राष्ट्र सेवा का उनका पांच दशकों से अधिक का अनुभव रहा ।’’ लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रणब मुखर्जी का निधन नई दिल्ली में 31 अगस्त 2020 को 84 वर्ष की आयु में हुआ । बिरला ने तमिलनाडु के कन्याकुमारी संसदीय क्षेत्र के वर्तमान सदस्य एच वंसत कुमार के निधन की भी सदन को जानकारी दी ।
अध्यक्ष ने सदन को सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के निधन के बारे सदन को अवगत कराया । लोकसभा अध्यक्ष ने 13 पूर्व सदस्यों के निधन की भी सूचना दी । इन दिवंगत पूर्व सदस्यों में गुरादास सिंह बादल, डा. नेपाल सिंह, अजीत जोगी, पी नामग्याल, पारसनाथ यादव, माधव राव पाटिल, सरोज दूबे, हरिभाऊ माधव जावले, लालजी टंडन, कमल रानी, चेतन चौहान, सुरेन्द्र प्रकाश गोयल एवं डा. रधुवंश प्रसाद सिंह शामिल हैं ।