चंडीगढ़, 24जून कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा ने बृहस्पतिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर धनशोधन मामले में उनके विरूद्ध ‘ओछे’ आरोप लगाने का आरोप लगाया और कहा कि इसका उद्देश्य उनका ‘चरित्र हनन’ करना है।
इस साल मार्च में ईडी ने 2015 के फाजिल्का मादक पदार्थ तस्करी मामले एवं फर्जी पासपोर्ट रैकेट से संबद्ध धनशोधन मामले में दिल्ली में खैरा और उनके परिवार के सदस्यों के परिसरों पर छापा मारा था।
ईडी ने आरोप लगाया है कि खैरा मादक पदार्थ मामले के अभियुक्तों एवं फर्जी पासपोर्ट के धंधेबाजों के ‘सहयोगी’ हैं। उसने आरोप लगाया है, ‘‘ खैरा अंतरराष्ट्रीय तस्करों के गिरोह को बढ़चढ़कर सहयोग कर रहे थे और उन्हें इस अपराध से होने वाली कमाई का पैसा मिल रहा था।’’
भोलाथ के विधायक खैरा का बयान तब आया है जब ईडी ने देश के तीन शीर्ष फैशन डिजाइनरों-- ऋतु कुमार, सब्यसाची मुखर्जी और मनीष मल्होत्रा को तलब किया है। खैरा ने अपनी बेटी की शादी के लिए उनसे कपड़े खरीदे थे।
कांग्रेस नेता ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘ कुछ फैशन डिजाइनरों को भारी भरकम भुगतान करने के प्रवर्तन निदेशालय के आरोपों को मैं पूरी तरह खारिज एवं अस्वीकार करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि ये मामूली भुगतान उनकी बेटी के शादी के वक्त 2015-16 में किये गये थे। उन्होंने कहा कि खासकर पंजाब में हर परिवार में अपनी बेटियों की शादी के वक्त अपने बच्चों को यथासंभव देने का सामान्य रिवाज है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी और परिवार के लिए शादी के तीन परिधान खरीदे थे और उसपर कुल सात-आठ लाख रूपये खर्च आये थे। उन्होंने कहा कि फैशन डिजाइनों को किये गये भुगतान जालंधर में बैंक में उनका ओवरड्राफ्ट खाता है।
विधायक ने कहा कि यह तो सभी को पता है कि लोग शादी के महंगे कपड़े खरीदते हैं और यह कभी कभी 25-30 लाख रूपये या उससे अधिक के होते हैं जबकि उन्होंने और उनके परिवार ने बस शादी के जरूरी परिधान लिये थे। उन्हेांने कहा कि उन्हें दुख है कि फर्जी पासपोर्ट और एनडीपीस मामले में पुराने आरोप दोहराकर उन्हें ईडी द्वारा बदनाम करन का प्रयास किया जा रहा है और इसका लक्ष्य उनका ‘चरित्र हनन’ है।
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