मोईन कुरैशी केस: CBI ने अपने ही दफ्तर में की छापेमारी, राकेश अस्थाना के सहयोगी देवेंद्र कुमार को किया गिरफ्तार
By धीरज पाल | Published: October 22, 2018 05:14 PM2018-10-22T17:14:47+5:302018-10-22T18:55:38+5:30
सीबीआई ने अपने ही दफ्तर में छापामारी की है। छापा मारी के दौरान सीबीआई ने CBI के डिप्टी एसपी देवेंद्र कुमार के पास से 8 मोबाइल बरामद किया है।
मांस कारोबारी मोईन कुरैशी मामले को लेकर सेंट्रेल ब्यूरो इन्वेस्टिगेशन ने SIT और CBI के डिप्टी एसपी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, राकेश अस्थाना पर आरोप है कि मांस कारोबारी मोईन कुरैशी से जुड़े एक मामले में जिस एक आरोपी के विरुद्ध वह जांच कर रहे थे, उससे उन्होंने रिश्वत ली है। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक सीबीआई ने अपने ही दफ्तर में छापेमारी की है।
एबीपी न्यूज के मुताबिक, सीबीआई के मुताबिक छापेमारी के दौरान देवेंद्र कुमार के पास से 8 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। मालूम हो कि जांच एजेंसी ने रविवार को देवेंद्र के घर पर छापा मारा था। वहीं, जांच ऐजेंसी के नंबर एक और दो नंबर के अधिकारियों पर उठी उंगली के बाद मामले में सीधा संज्ञान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया है और सीबीआई चीफ आलोक वर्मा और उनके उपनिदेशक को तलब किया था। तलब के बाद पीएम मोदी ने सीबीआई चीफ से मुलाकात की है।
Central Bureau of Investigation arrests Deputy SP, SIT CBI, Delhi Devendra Kumar in connection with Moin Qureshi case.
— ANI (@ANI) October 22, 2018
बता दें कि दो महीने पहले अस्थाना ने कैबिनेट सचिव से सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ यही शिकायत की थी।
सीबीआई ने सतीश साना की शिकायत के आधार पर विशेष निदेशक अस्थाना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। मांस कारोबारी मोईन कुरेशी की कथित संलिप्तता से जुड़े 2017 के एक मामले में जांच का सामना कर रहे साना ने आरोप लगाया कि अस्थाना ने उसे क्लीनचिट दिलाने में कथित रुप से मदद की।
सीबीआई ने बिचौलिया समझे जाने वाले मनोज प्रसाद को भी 16 अक्टूबर को दुबई से लौटने पर गिरफ्तार किया था। हालांकि जांच एजेंसी इस पूरे मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई है।
गुजरात संवर्ग के आईपीएस अधिकारी अस्थाना उस विशेष जांच दल (एसआईटी) की अगुवाई कर रहे हैं जो अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले और उद्योगपति विजय माल्या द्वारा की गयी ऋण धोखाधड़ी जैसे अहम मामलों को देख रहा है। यह दल मोईन कुरैशी मामले की भी जांच कर रहा है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, अस्थाना ने 24 अगस्त को कैबिनेट सचिव को एक विस्तृत पत्र लिखकर वर्मा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के 10 मामले गिनाए थे। इसी पत्र में यह भी आरोप लगाया गया था कि साना ने इस मामले में क्लीनिचट पाने के लिए सीबीआई प्रमुख को दो करोड़ रुपये दिये।