संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- पुलवामा में शहीद हुए जवानों का तेरहवीं श्राद्ध सही तरीके से पूर्ण हुआ
By भाषा | Published: February 27, 2019 01:35 AM2019-02-27T01:35:10+5:302019-02-27T01:36:11+5:30
मोहन भागवत ने महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के विचारों को याद किया कि भारत को शक्तिशाली बनने की जरूरत है, क्योंकि बिना शक्ति के कोई उसकी नहीं सुनेगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के आतकंवादी प्रशिक्षण ठिकानों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमले पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि है। जैश-ए-मोहम्मद ने ही जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर 14 फरवरी को हुए आत्मघाती विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी।
Mohan Bhagwat, RSS in Nagpur, Maharashtra: Pulwama mein shaheed jawano ka terahvi shraadh sahi tareeke se poorna hua hai. pic.twitter.com/lwTjXtu80a
— ANI (@ANI) February 26, 2019
भागवत ने महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के विचारों को याद किया कि भारत को शक्तिशाली बनने की जरूरत है, क्योंकि बिना शक्ति के कोई उसकी नहीं सुनेगा।
वह कम्प्यूटर वैज्ञानिक विजय भाटकर के सम्मान कार्यक्रम में बोल रहे थे, जिन्हें स्वतंत्र्य वीर सावरकर गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
उन्होंने कहा, "हमें सच बोलने के लिये शक्ति की आवश्यकता नहीं है, लेकिन दुनिया वैसी नहीं है। वह सिर्फ शक्ति को ही समझती है। इसलिये अगर हम दुनिया को अपना आध्यात्म, सत्य और अहिंसा दिखाना चाहते हैं तो हमें शस्त्र संपन्न और ‘शक्ति संपन्न’ बनने की आवश्यकता है।"