मोदी सरकार का बड़ा फैसलाः अब VIP सुरक्षा से हटेंगे NSG कमांडो, इनको सौंपी जा सकती है जिम्मेदारी!
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 13, 2020 08:22 AM2020-01-13T08:22:38+5:302020-01-13T08:22:38+5:30
1984 में जब इस बल का गठन हुआ था, तब वीआईपी सुरक्षा इसके मूल कार्यों में शामिल नहीं था. यह बल 'जेड-प्लस' श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त 13 उच्च जोखिम वाले वीआईपी को सुरक्षा देता है.
गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने के बाद केंद्र सरकार ने अब राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) कमांडो को वीआईपी सुरक्षा से पूरी तरह मुक्त करने का फैसला किया है. करीब दो दशक बाद आतंकवाद निरोधी विशिष्ट बल के 'ब्लैक कैट' कमांडो को वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी से हटाया जाएगा. 1984 में जब इस बल का गठन हुआ था, तब वीआईपी सुरक्षा इसके मूल कार्यों में शामिल नहीं था. यह बल 'जेड-प्लस' श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त 13 उच्च जोखिम वाले वीआईपी को सुरक्षा देता है. इस सुरक्षा घेरे में अत्याधुनिक हथियारों से लैस करीब 24 कमांडो हर वीआईपी के साथ होते हैं.
सुरक्षा संस्था के अधिकारियों ने बताया कि एनएसजी की सुरक्षा ड्यूटी को जल्द ही अर्धसैनिक बलों को सौंप दिया जाएगा. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय का मानना है कि एनएसजी को अपना ध्यान मूल काम आतंकवाद रोकने, विमान अपहरण के खिलाफ अभियान पर केंद्रित करना चाहिए. वीआईपी सुरक्षा से एनएसजी को हटाने से करीब 450 कमांडो मुक्त हो जाएंगे, जिनका इस्तेमाल देश में बने इनके पांच ठिकानों में इनकी मौजूदगी को और सुदृढ़ करने में किया जाएगा.
एनएसजी सुरक्षा प्राप्त वीआईपी लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को सौंपी जा सकती है जो पहले ही संयुक्त रूप से करीब 130 प्रमुख लोगों को सुरक्षा मुहैया कराती है. सीआरपीएफ को हाल ही में पांच पूर्व एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और सोनिया गांधी की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उसके पास लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला की सुरक्षा का भी जिम्मा है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और आरएसएस मोहन भागवत समेत कुछ अन्य प्रमुख लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ के पास है.
इन नेताओं को प्रदान करता है सुरक्षा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी एनएसजी ही सुरक्षा प्रदान करता है. उनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, मुलायम सिंह यादव, चंद्रबाबू नायडू, प्रकाश सिंह बादल, फारुक अब्दुल्ला, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, पूर्व उप प्रधानमंत्री लाकृष्ण आडवाणी को भी एनएसजी की सुरक्षा मिली हुई है.
एजेंसी इनपुट्स लेकर