मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा- बढ़ती जनसंख्या बनी चुनौती, सभी धर्मों के लिए बने जनसंख्या नियंत्रण कानून
By अनुराग आनंद | Updated: July 11, 2020 15:17 IST2020-07-11T15:17:05+5:302020-07-11T15:17:05+5:30
केंद्रीय मंत्री ने गिरिराज सिंह ने कहा कि यदि हमें विकसित राष्ट्रों के साथ खड़ा होना है तो हमें जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना ही होगा।

मंत्री गिरिराज सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: विश्व जनसंख्या दिवस पर एक बार फिर से भाजपा नेता व नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने देश की बढ़ती जनसंख्या को लेकर एक बार फिर से चिंता प्रकट की है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि तेजी से बढ़ रही जनसंख्या भारत के लिए एक तरह से चुनौती बन गया है।
इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने कहा कि यदि हमें विकसित राष्ट्रों के साथ खड़ा होना है तो हमें जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना ही होगा। इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि देश के लिए अभी एक ऐसे सख्त जनसंख्या कानून की जरूरत है जो सभी लोगों पर लागू हो चाहे वह किसी भी धर्म को पालन क्यों ने करते हों।
The rising population has become a challenge for us. If we want to stand with developed nations then we'll have to bring Population Control Act - a strict Act which will be applicable to everyone in this country regardless of any religion they follow: Union Minister Giriraj Singh pic.twitter.com/KtmOK5M14l
— ANI (@ANI) July 11, 2020
इससे पहले राज्यसभा में भाजपा के इस नेता ने भी उठाया था जनसंख्या कानून की मांग-
बता दें कि देश में बढ़ती आबादी को लेकर प्रभावी जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग मार्च में राज्यसभा में उठी थी। तब बीजेपी के ही हरनाथ सिंह यादव ने शून्यकाल के दौरान सदन में यह मांग करते हुये कहा था कि जनसंख्या विस्फोट के कारण संसाधनों पर दबाव बढ़ा है जिसके कारण न सिर्फ बेरोजगारी बढ़ी है बल्कि हर स्थान पर भीड़ ही भीड़ दिखती है।
उन्होंने कहा था कि वर्ष 1951 में देश की आबादी 10 करोड़ 38 लाख थी जो वर्ष 2011 में बढ़कर 121 करोड़ के पार पहुंच गयी और वर्ष 2025 तक इसके बढ़कर 150 करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या गुनांक में बढ़ती है जबकि संसाधनों में बहुत कम बढोतरी होती है।
आज मानाया जा रहा है विश्व जनसंख्या दिवस-
हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को बढ़ती जनसंख्या के प्रति सचेत करने का है। साल 1989 से विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत हुई।
बता दें कि जब विश्व की जनसंख्या करीब 5 अरब से अधिक हो गई थी, तभी लोगों ने जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए आम लोगों को प्रेरित करने के लिए इस दिन को मनाने का निर्णय लिया था। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की आम सभा ने 11 जुलाई 1989 को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का फैसला लिया था।