Modi Cabinet Expansion: मोदी मंत्रिमंडल में कल विस्तार किया जा सकता है। चर्चा है कि 20 से अधिक मंत्री शामिल हो सकते हैं। कई बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे, सुशील मोदी, सर्वानंद सोनोवाल, वरुण गांधी, प्रवीण निषाद सहित कई नाम प्रमुख हैं। सभी नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि जहां कई मौजूदा मंत्रियों को मंत्रिपरिषद से हटाया जा सकता है, वहीं पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के होने वाले विस्तार में उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शामिल होने की संभावना से मंगलवार को इनकार नहीं किया और कहा कि इस बारे में कोई भी फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष करेंगे।
प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार कर सकते हैं। ऐसी चर्चा है कि बुधवार शाम छह बजे राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शपथ ग्रहण समारोह होगा।
मौजूदा मंत्रिपरिषद में कुल 53 मंत्री
फेरबदल में उत्तर प्रदेश को खास तवज्जो मिल सकती है क्योंकि अगले साल की शुरुआत में वहां विधानसभा चुनाव है और राजनीतिक रूप से यह देश का सबसे महत्वपूर्ण प्रदेश माना जाता है। सूत्रों के अनुसार, पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व भी इस विस्तार में बढ़ सकता है। माना जा रहा है कि भाजपा की सहयोगियों जदयू और अपना दल (एस) को भी प्रतिनिधित्व मिल सकता है।
हालांकि इस बारे में आधिकारिक तौर पर अभी तक किसी ने पुष्टि नहीं की है। मंत्रिपरिषद में विस्तार और फेरबदल की अटकलों को मंगलवार को तब और बल मिला जब केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया और उन नेताओं को फोन कर दिल्ली बुलाया गया जिन्हें मंत्री बनाए जाने की चर्चा पिछले कुछ दिनों से चल रही है।
इन नेताओं में प्रमुख नाम मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे और असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल का है। लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के नेता पशुपति पारस भी दिल्ली पहुंच चुके हैं। उनके अलावा जनता दल युनाइटेड के अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी दिल्ली में हैं। मौजूदा मंत्रिपरिषद में गहलोत सहित कुल 53 मंत्री हैं और नियमानुसार अधिकतम मंत्रियों की संख्या 81 हो सकती है। आरपीआई नेता राम दास आठवले इकलौते ऐसे गैर भाजपाई नेता हैं जो नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल हैं।
वर्तमान मंत्रिमंडल में 9 मंत्री ऐसे हैं, जिनके पास एक से अधिक विभाग
वर्तमान मंत्रिमंडल में 9 मंत्री ऐसे हैं, जिनके पास एक से अधिक विभाग हैं। इनमें प्रकाश जावड़ेकर, डॉक्टर हर्षवर्धन, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, नितिन गडकरी, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी और हरदीप सिंह पुरी के नाम शामिल हैं। प्रकाश जावड़ेकर के पास सूचना प्रसार, भारी उद्योग, पर्यावरण मंत्रालय का जिम्मा है।
सिंधिया, सोनोवाल और राणे के अलावा बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, महाराष्ट्र के नन्दुरबार से सांसद हिना गावित, भाजपा महासचिव व राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव, ओड़िशा से राज्यसभा के सदस्य अश्विनी वैष्णव के नाम शामिल हैं। इस फेरबदल में उत्तर प्रदेश को खास तवज्जो मिल सकती है क्योंकि अगले साल की शुरुआत में वहां विधानसभा चुनाव है और राजनीतिक रूप से यह देश का सबसे महत्वपूर्ण प्रदेश माना जाता है।
पीयूष गोयल के पास रेल, वाणिज्य और खाद्य आपूर्ति मंत्रालय है। धर्मेंद्र प्रधान के पास इस्पात और पेट्रोलियम मंत्रालय है, नितिन गडकरी के पास भूतल परिवहन और एमएसएमई विभाग है. डॉक्टर हर्षवर्धन के पास स्वास्थ्य और विज्ञान तथा तकनीक मंत्रालय है। नरेंद्र सिंह तोमर के पास कृषि, ग्रामीण विकास पंचायती राज और फूड प्रोसेसिंग मंत्रालय है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और सर्वानंद सोनोवाल के नाम प्रमुख
रविशंकर प्रसाद के पास कानून, आईटी और संचार मंत्रालय है। स्मृति ईरानी के पास महिला बाल विकास और टेक्सटाइल मंत्रालय है। हरदीप सिंह पुरी (राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार) के पास हाउसिंग और नागरिक उड्डयन मंत्रालय है। गौरतलब है कि संभावित मंत्रियों में ज्योतिरादित्य सिंधिया और सर्वानंद सोनोवाल के नाम प्रमुख हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं, लिहाजा प्रदेश से 5 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें वरुण गांधी, रीता बहुगुणा जोशी, अनिल जैन, रामशंकर कथेरिया और जफर इस्लाम के नाम शामिल हैं।वहीं उत्तराखंड में भी अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे।
माना जा रहा है कि नैनीताल से सांसद अजय भट्ट या फिर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। दिल्ली से बीजेपी सांसद परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी का नाम मंत्रिमंडल के लिए सामने आ रहा है।
केंद्रीय मंत्रिपरिषद का संभावित विस्तार: मध्य प्रदेश का दौरा अधूरा छोड़कर सिंधिया दिल्ली रवाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रिपरिषद के शीघ्र विस्तार की अटकलों के बीच भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल का तीन दिवसीय दौरा अधूरा छोड़कर मंगलवार दोपहर दिल्ली रवाना हो गए। सिंधिया उन प्रमुख दावेदारों में से माने जा रहे हैं जिन्हें मोदी मंत्रिपरिषद में जगह मिल सकती है।
नजदीकी धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के बाद इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर हवाई अड्डे पहुंचे सिंधिया से मिलने के लिए स्थानीय भाजपा नेता और कार्यकर्ता पहले से हवाई अड्डे पर जमा थे। सिंधिया के समर्थन में भाजपा कार्यकर्ताओं ने हवाई अड्डे पर नारेबाजी की।
इस दौरान राज्यसभा सदस्य अपने हाथ जोड़कर समर्थकों का अभिवादन करते देखे गए। कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में मंत्री रह चुके सिंधिया ने संवाददाताओं से कहा, "मेरा उज्जैन का दौरा समाप्त हो गया है और अब मैं दिल्ली जा रहा हूं। मैं अगले हफ्ते लौटूंगा।"