Modi Cabinet 3.0: दस साल बाद फिर केंद्र में मंत्री बने जितिन प्रसाद, राहुल गांधी के दोस्त रहे...
By राजेंद्र कुमार | Updated: June 9, 2024 21:44 IST2024-06-09T21:43:13+5:302024-06-09T21:44:16+5:30
Modi Cabinet 3.0: दो बार के सांसद रहे जितिन प्रसाद बीते विधानसभा चुनावों के ठीक पहले कांग्रेस से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे.

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Modi Cabinet 3.0: केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में पीलीभीत संसदीय सीट से चुनाव जीते जितिन प्रसाद भी मंत्री बन रहे हैं. राहुल गांधी के मित्र रहे जितिन प्रसाद केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार में भी मंत्री रहे थे. इस तरह से करीब दस साल बाद वह केंद्र की कैबिनेट में वापसी करने वाले यूपी के सबसे युवा मंत्री हैं. जितिन प्रसाद वर्तमान में योगी सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री हैं. मोदी कैबिनेट में उनका चयन ब्राह्मण कोटे के मंत्री के रूप में भी किया गया हैं. दो बार के सांसद रहे जितिन प्रसाद बीते विधानसभा चुनावों के ठीक पहले कांग्रेस से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे. भाजपा ने उन्हें राज्यपाल कोटे से एमएलसी बनाकर कैबिनेट में शामिल किया और उन्हें प्राविधिक शिक्षा मंत्री बनाया.
#WATCH | BJP leader Jitin Prasada sworn-in as Union Minister in the Prime Minister Narendra Modi-led NDA government pic.twitter.com/sIf4OQpGmC
— ANI (@ANI) June 9, 2024
सरकार में मिली इस ज़िम्मेदारी को गंभीरता से लेकर हुए जितिन प्रसाद ने यूपी में प्रबुद्ध सम्मेलनों के जरिए भाजपा के पक्ष में माहौल बना शुरू किया. जिसके चलते जितिन प्रसाद के सियासी प्रभाव वाले क्षेत्र में भाजपा को जीते मिली. इसी के बाद योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें पीडबल्यूडी जैसे बड़े विभाग का मंत्री बना कर भाजपा ने उन्हें अपना युवा ब्राह्मण चेहरा बताना शुरू किया.
भारत सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ग्रहण करने पर श्री जितिन प्रसाद जी, आपको हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल कार्यकाल की शुभकामनाएं!@narendramodi@BJP4India@JitinPrasada#3rdTerm4Modi#Modi3.OCabinetOath#OathTakingCeremonyOfModiGovt#ModiCabinetpic.twitter.com/IwuKRAj9tD
— Keshav Prasad Maurya (मोदी का परिवार) (@kpmaurya1) June 9, 2024
इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हे पीलीभीत सीट से वरुण गांधी के स्थान पर चुनाव लड़ाने के फ़ैसला किया. पीलीभीत में जितिन प्रसाद का मुक़ाबला समाजवादी पार्टी (सपा) के पांच बार विधायक रहे भगवत सरन ग्नागवार से हुआ जिन्हे हराकर जितिन प्रसाद पार्टी नेतृत्व की उम्मीदों पर खरे उतरे. और उन्हे अब जीत के तोहफे के रूप में केंद्र के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
वर्ष 2004 में राजनीति में आए
जितिन प्रसाद के पिता जितेंद्र प्रसाद कांग्रेस के बड़े नेता थे. शाहजहांपुर में उनके पिता को लोग सम्मान से बाबा साहब कहते थे. कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे जितेंद्र प्रसाद प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव के राजनीतिक सलाहकार भी रहे. ऐसे तेजतरार पिता के पुत्र जितिन प्रसाद वर्ष 2004 में राजनीति में आए उन्होने शाहजहांपुर और उसे बाद धौरहरा सीट से चुनाव लड़ा.
31 वर्ष की उम्र में वह पहली बार सांसद बने. केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार में वह सबसे युवा मंत्री रहे थे. उन्होने मनमोहन सिंह की सरकार में इस्पात और पेट्रोलियम जैसे बड़े मंत्रालय संभाले थे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दोस्त रहे जितिन प्रसाद को अब केंद्र की सरकार में कार्य करने का मौका मिल रहा है.