पटना, 29 जुलाई:बिहार के मुजफ्फरपुर में भीड के कानून के आगे पुलिस अभी तक बेबस नजर आ रही है। मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने के जगदंबा नगर में मोबाइल चोरी के आरोप में अर्जुन सहनी व बिट्टु सहनी को अगवा कर घर में बंद कर की गई पिटाई और उस दौरान हुई अर्जुन की मौत की मौत पर पुलिस के द्वारा अभीतक कोई कार्रवाई नही किये जाने से पुलिस के कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह उठने लगे हैं। मारपीट के दौरान वीडियो भी बनाया गया था। फिर भी पुलिस को अभी प्रमाण की तलाश करनी पड़ रही है।
अहियापुर के थानाध्यक्ष मनोज सिंह ने बताया कि मोबाइल चोरी का आरोप लगा कर युवक की पीट-पीट कर हत्या करने की बात सामने आई है। उसके परिजनों का बयान लिया गया है। पुलिस कार्रवाई कर रही है। यहां बता दें कि घटना के दूसरे दिन इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी। इससे आक्रोशित सभी आरोपितों ने हत्या करने की धमकी दी थी। धमकी मिलने पर 23 जुलाई को पंचायत भी हुई थी। लेकिन, आरोपित मार के बदले मार की बात कह रहे थे। शनिवार की सुबह उसका भाई अर्जुन कुमार पिता जुलुम सहनी के साथ था।
इसी दौरान धीरज, शोभन सहित पांच-छह लोग उसके भाई और बिट्टू सहनी को पकड़ कर घर ले गये। मृतक अर्जुन सहनी के भाई रवींद्र सहनी ने पुलिस को दिये बयान में पड़ोस के ही छह लोगों सोभन कुमार, धीरज कुमार, राजा कुमार, मंजीत कुमार, छोटू कुमार, नन्हका कुमार सहित 20 अज्ञात युवक पर मारपीट कर उसके भाई की हत्या करने का आरोप लगाया है। बताया कि उसके भतीजा विक्की कुमार की शादी 22 जुलाई को थी। सभी आरोपितों ने शराब के नशे में विक्की की नवविवाहिता का हाथ पकड़ लिया था। विरोध करने पर आरोपितों ने उन लोगों के साथ मारपीट की थी।
मौत के बाद शव को सडक किनारे फेंक दिया था। इस घटना के बाद आक्रोशित परिजन व मुहल्ले के सैकडों लोगों ने जगदंबा नगर गली के पास ही बैरिया रोड को जाम कर दिया था। सड़क पर आगजनी करते हुए बांस-बल्ले लगाकर प्रदर्शन किया। सूचना पर पहुंची पुलिस के समझाने पर डेढ़ घंटे बाद सडक जाम हटा। मारपीट में गंभीर रूप से जख्मी बिट्टू सहनी को पुलिस ने एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है। रवींद्र ने बताया कि उसने मारपीट की शिकायत फोन पर अहियापुर थानाध्यक्ष को दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची थी, लेकिन आरोपितों ने दोनों को छोड़ने से इनकार कर दिया था।
इसके बाद पुलिस वापस लौट गई। पुलिस के जाने के बाद दोनों को रॉड व लाठी-डंडे से पीटा। परिजन बचाने गये तो 32 हजार रुपये देने के बाद ही छोडने की बात कही। बिट्टू सहनी ने बताया है कि दोनों युवकों को सभी आरोपित मारपीट कर रहे थे। निर्दोष होने की बात कहने पर भी पिटाई कर रहे थे। वहीं, एक युवक मोबाइल से वीडियो बना रहा था। अर्जुन के बेहोश होने के बाद भी पिटाई रहे थे जहां मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। इस संबंध में पूछे जाने पर मुजफ्फरपुर की एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि इस मामले मे कार्रवाई का आदेश दिया गया है, जल्द हीं दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
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