पूर्व केन्द्रीय मंत्री एम जे अकबर द्वारा पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दायर मानहानि के मामले में बुधवार (10 अप्रैल) को दिल्ली की कोर्ट ने सुनवाई की। इस दौरान पत्रकार प्रिया रमानी ने खुद को निर्दोष होने का दावा किया है और कहा है कि वह सुनवाई का सामना करेंगी। वहीं, दिल्ली की अदालत ने उनके खिलाफ मानहानि के आरोप तय कर दिए हैं। कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख चार मई-2019 तय की है।
आपको बता दे कि इस मानहानि मामले में कोर्ट ने 25 फरवरी को सुनवाई करते हुए पत्रकार प्रिया रमानी को जमानत दे दी थी और सुनवाई के लिए अगली तारीख 10 अप्रैल तय की थी।
कई महिलाओं ने लगाए थे यौन शोषण के आरोप
मीटू अभियान के तहत एमजे अकबर पर पत्रकार प्रिया रमानी के अलावा यूके बेस्ड पत्रकार रुथ डेविड, यूएस बेस्ड पत्रकार डीपी कांप , सबा नकवी, संपादक गज़ाला वहाब, सुतापा पॉल, शुमा राहा, फ्रीलांस जर्नलिस्ट कनिका गहलोत, प्रेरणा सिंह बिंद्रा, कादंबरी वेड, सुपर्णा शर्मा सहित तकरीबन 20 महिलाओं ने अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।
इस्तीफे की उठी थी मांग
इन आरोपों के बाद विपक्षी पार्टियों ने अकबर से इस्तीफे की मांग की थी। कांग्रेस का कहना था कि मोदी कैबिनेट को अकबर को अपने पद ने हटा देना चाहिए। कई शिकायतकर्ताओं के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियों ने भी तत्काल अकबर के इस्तीफे का स्वागत किया था, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।