मिजोरम: CM जोरमथंगा ने पत्रकारों के लिए पेंशन योजना लाने की घोषणा की, कहा- पत्रकारों की सहायता के लिए कई कदम उठा रहे
By विशाल कुमार | Published: March 24, 2022 01:32 PM2022-03-24T13:32:00+5:302022-03-24T13:35:40+5:30
जनमत को आकार देने में पत्रकारों की भूमिका की सराहना करते हुए मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने कहा कि मिजोरम की प्रतिष्ठा को बढ़ावा देने और उसकी रक्षा करने में उनकी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
आइजोल: मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में पत्रकारों को बढ़ावा देने तथा उनकी सहायता करने के लिए कई कदम उठा रही है और जल्द ही श्रमजीवी पत्रकारों के लिए पेंशन योजना भी शुरू की जाएगी।
जनमत को आकार देने में पत्रकारों की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मिजोरम की प्रतिष्ठा को बढ़ावा देने और उसकी रक्षा करने में उनकी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
‘मिजोरम जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन’ (एमजेए) की स्वर्ण जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में जोरमथंगा ने कहा, ‘‘ हमारी सरकार, पत्रकारों के कल्याण को प्राथमिकता देती है और जल्द ही उन्हें लाभान्वित करने के लिए एक पेंशन योजना शुरू करेगी। इस पर काम किया जा रहा है।’’
बागी नेता से राजनेता बने जोरमथंगा ने यह भी कहा कि सरकार को सही रास्ता दिखाने में पत्रकार अहम भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने पत्रकारों से लोगों को शिक्षित करने के लिए केवल प्रामाणिक समाचार प्रकाशित करने और रचनात्मक पत्रकारिता पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया क्योंकि मास मीडिया का दुरुपयोग पड़ोस, गांवों और देशों में नफरत को जन्म दे सकता है।
एमजेए की स्थापना 23 मार्च 1972 को मिजोरम के पूर्व मुख्यमंत्री ललथनहवला ने की थी जो कि संस्थापक अध्यक्ष थे जबकि हमार अर्सी के संपादक सी छुनबुरा उपाध्यक्ष बने थे।
वर्तमान में, राज्य में पत्रकारों के इस एकमात्र संगठन में एमजेए के तहत अब 193 सदस्य हैं। राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति ने भी 193 सदस्यीय एमजेए को 50 साल पूरे करने पर बधाई दी।