कृष्ण-गोदावरी नहरों को साफ करने का मिशन बंद किया गया
By भाषा | Published: September 13, 2021 05:55 PM2021-09-13T17:55:41+5:302021-09-13T17:55:41+5:30
अमरावती (आंध्र प्रदेश), 13 सितंबर आंध्र प्रदेश में कृष्ण-गोदावरी नहरों को साफ के मिशन को बंद कर दिया गया है। इसे करीब दो साल पहले शुरू किया गया था।
एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि मिशन को बंद कर दिया गया है। मिशन के तहत योजना यह थी प्रदूषित जल को रोककर कृष्ण और गोदावरी डेल्टा सिस्टम में नहरों और नालों का कायाकल्प किया जाए और पानी की गुणवत्ता में सुधार किया जाए, क्योंकि कृष्णा और पश्चिमी गोदावरी जिलों में लाखों लोग पेय जल के लिए नहरों पर निर्भर हैं। इसके अलावा इस पानी से सिंचाई भी की जाती है।
इस मिशन की अवधारणा सितंबर 2019 में की गई थी, क्योंकि नहरों में बढ़ते शहरीकरण व औद्योगिकीकरण के कारण सीवर का पानी, उद्योगों से निकलने वाला दूषित पानी छोड़ा जा रहा था।
सरकार ने नहर कायाकल्प के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के वास्ते एक निजी एजेंसी को नियुक्त किया और परियोजना की देखरेख के लिए एक आईएएस अधिकारी को मिशन निदेशक के रूप में नियुक्त किया था। फिर सरकार ने बिना कोई कारण बताए मिशन को बंद कर दिया।
मिशन के लिए डीपीआर तैयार करने और उप-परियोजनाओं को शुरू करने के लिए 100 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष की जरूरत थी लेकिन सरकार ने एक रुपये की मंजूरी नहीं दी।
एक शीर्ष अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, “कुछ नहीं हुआ। मिशन को शुरू करने से पहले ही बंद कर दिया गया है।”
‘एपी वॉटर यूजर्स एसोसिएशन फेडरेशन’ के अध्यक्ष ए गोपाल कृष्ण राव ने बताया कि नहरों में प्रदूषण के कारण कृष्ण और पश्चिम गोदावरी जिलों के लगभग 600 गांवों के लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
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