मिशन शक्ति: बीजेपी-कांग्रेस में लगी क्रेडिट लेने की होड़, पूर्व DRDO प्रमुख ने सामने आकर बताई सच्चाई
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: March 27, 2019 05:27 PM2019-03-27T17:27:03+5:302019-03-27T17:27:03+5:30
Mission Shakti: मिशन शक्ति को सफलतापूर्वक अंजाम देने के बाद भारत अंतरिक्ष में चौथी महाशक्ति बन गया है लेकिन मामले पर सियासत शुरू हो गई है। एक तरफ जहां पूर्व की यूपीए और वर्तमान मोदी सरकार के बीच श्रेय लेने की होड़ लगी है वहीं, पूर्व डीआरडीओ चीफ ने सामने आकर सच्चाई बताई है।
Mission Shakti: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (27 मार्च) को अंतरिक्ष में भारत के चौथी महाशक्ति बनने का एलान किया। उन्होंने बताया कि भारतीय वैज्ञानिकों ने स्वदेश निर्मित एंटी सैटेलाइट वेपन (ए-सेट) से अंतरिक्ष में सैटेलाइन गिराने का सफल परीक्षण किया है। यह तकनीक अब तक रूस, अमेरिका और चीन के पास थी। इसी के साथ देश की राजनीति गरमा गई। कांग्रेस ने जहां इसे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में शुरू किया गया मिशन बताया तो बीजेपी ने कहा कि उस वक्त के अखबार सबूत हैं कि पूर्व की यूपीए सरकार ने वैज्ञानिकों को इस काम के लिए मना कर दिया था।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए डीआरडीओ के पूर्व प्रमुख वीके सारस्वत का जिक्र भी किया था। वहीं, वीके सारस्वत ने भी जेटली की बात पर मुहर लगा दी। बता दें कि सारस्वत वर्तमान मोदी सरकार में नीति आयोग के सदस्य भी हैं।
सारस्वत ने समाचार एजेंसी एएनआई से मिशन शक्ति को लेकर कहा, ''हमने नेशनल सिक्यॉरिटी एडवाइजर और नेशनल सिक्यॉरिटी काउंसिल के सामने प्रस्ताव रखा था, जब ऐसी चर्चाएं हुईं, उन्हें पूरी तरह से सुना गया, दुर्भाग्यवश हमें सरकार से सकारात्मक उत्तर नहीं मिला था, इसलिए हम आगे नहीं बढ़े थे।''
वहीं, सारस्वत ने आगे कहा, ''जब डॉक्टर सतीश रेड्डी और एनएसए अजित डोवाल ने पीएम मोदी के सामने मिशन शक्ति को लेकर प्रस्ताव रखा तो उनमें साहस था और जिसके आधार पर उन्होंने आगे बढ़ने को कहा। अगर 2012-13 में हरी झंडी मिल जाती तो मुझे पूरा विश्वास है कि यह लॉन्च 2014-15 में हो जाता।''
Dr VK Saraswat on #MissionShakti: When proposal was put up by Dr Satheesh Reddy & NSA Ajit Doval to PM Modi, he had the courage & based on that he gave a go ahead. If the clearances were given in 2012-13, I'm quite certain that the launch would have happened in 2014-15. https://t.co/Amnf62Qa0r
— ANI (@ANI) March 27, 2019
बता दें कि कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा, ''ए-सेट प्रोग्राम को यूपीए सरकार ने शुरू किया था और इसके लिए अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और डॉक्टर मनमोहन सिंह की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता को बधाई देता हूं।''
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव के वक्त प्रधानमंत्री को इस तरह से आचार संहिता तोड़ने की क्या जरूरत थी, क्या वह वहां काम करते हैं? क्या वह अंतरिक्ष में जा रहे हैं?