सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सभी टीवी चैनलों को दी सख्त सलाह, एडवाइजरी जारी कर कहा- परेशान करने वाले फुटेज और तस्वीरों से करें सख्ती से परहेज
By आजाद खान | Published: January 9, 2023 04:06 PM2023-01-09T16:06:46+5:302023-01-09T16:44:13+5:30
मंत्रालय का कहना है कि टीवी चैनलों पर चलाए जाने वाले परेशान करने वाले फुटेज और तस्वीरों से महिलाओं और बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में इस तरीके के फुटेज और तस्वीरों को बंद किया जाना चाहिए।
नई दिल्ली: सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने आज जारी किए गए एक एडवाइजरी में देश के सभी टीवी चैनलों को कहा है कि वे परेशान करने वाले फुटेज और तस्वीरों को दिखाने से सख्ती से परहेज करें। मंत्रालय के अनुसार, प्रोग्राम कोड के खिलाफ ब्लड, शवों और शारीरिक हमले की तस्वीरों काफी परेशान करने वाले है और इससे महिलाओं और बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है।
यही नहीं मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इस तरीके के वीडियो जिसमें हिंसा दिखाई गई है, उनमें टीवी चैनलों द्वारा कोई एडिटिंग नहीं किया जा रहा है और इससे दर्शकों पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में मंत्रालय ने इसके लिए पूरी एडवाइजरी जारी की है और इसे पालन करने को कहा है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने क्या एडवाइजरी जारी की है
देश के सभी टेलीविजन चैनलों को एडवाइजरी जारी करते हुए सोमवार को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा है कि जिस तरीके से इन चैनलों पर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को लेकर हिंसा और हिंसा वाले दुर्घटनाएं और मौतें दिखाई जा रही है, वह परेशान करने वाला है।
Ministry of I&B cautions TV channels against broadcasting disturbing footages, distressing images. Gory images of blood, dead bodies, physical assault are distressful, against Programme Code. No editing being done of violent videos being taken from social media by channels. pic.twitter.com/TZQyY6U0pE
— ANI (@ANI) January 9, 2023
मंत्रालय के अनुसार, जिस तरीके से लोगों की लाशें, हर तरफ खून, घायल लोगों की फोटो और वीडियो दिखाए जाते है, यह एक चिंता का विष्य है। यही नहीं मंत्रालय ने महिला, बच्चे और बुजुर्गों को पीटने और घसीटने वाले वीडियो और रिपोर्टिंग को सही नहीं बताया है। मंत्रालय के हिसाब से ऐसी घटनाएं दर्शकों को परेशान करती है और ये उनके लिए अरुचिकर है।
एडवाइजरी में कहा गया है कि ऐसी खबरों का बच्चों पर विपरीत मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी पड़ सकता है। मंत्रालय ने देखा है कि ज्यादातर मामलों में वीडियो सोशल मीडिया से लिए जा रहे हैं और प्रोग्राम कोड के अनुपालन और निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए संपादकीय विवेक और संशोधनों के बिना प्रसारित किए जा रहे हैं।
इस पर और प्रकाश डालने के लिए हाल ही में प्रसारित सामग्री के उदाहरणों की सूची नीचे दी गई है:
1. 30.12.2022 दुर्घटना में घायल हुए क्रिकेटर की दर्दनाक तस्वीरें और वीडियो बिना धुंधला किए दिखाना।
2. 28.08.2022 एक पीड़ित के शव को घसीटते हुए एक आदमी का परेशान करने वाला फुटेज दिखा रहा है और चारों ओर खून के छींटे पीड़ित के चेहरे पर केंद्रित कर रहा है।
3. 06-07-2022 एक दर्दनाक घटना के बारे में जिसमें एक शिक्षक को 5 साल के बच्चे को बेरहमी से तब तक पीटते देखा जा सकता है जब तक कि वह पटना, बिहार में एक कोचिंग क्लासरूम में होश खो बैठा। क्लिप को म्यूट किए बिना चलाया गया था जिसमें दया की भीख मांगते बच्चे की दर्दनाक चीखें सुनी जा सकती हैं और इसे 09 मिनट से अधिक समय तक दिखाया गया था।
4. 04-06-2022 बिना धुंधला किए एक पंजाबी गायक के मृत शरीर की दर्दनाक छवियों को दिखाना।
5. 25-05-2022 असम के चिरांग जिले में एक व्यक्ति द्वारा दो नाबालिग लड़कों को डंडे से बेरहमी से पीटने की दिल दहला देने वाली घटना को दिखाया गया है। वीडियो में शख्स को बेरहमी से लड़कों को लाठी से पीटते देखा जा सकता है। क्लिप को बिना ब्लर या म्यूट किए प्ले किया गया था जिसमें लड़कों के दर्द भरे रोने की आवाज साफ सुनाई दे रही थी।
6. 16-05-2022 जहां कर्नाटक के बागलकोट जिले में एक महिला अधिवक्ता के साथ उसके पड़ोसी ने बेरहमी से मारपीट की, बिना संपादन के लगातार दिख रहा है।
7. 04-05-2022 तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के राजापलायम में एक व्यक्ति को अपनी ही बहन की हत्या करते हुए दिखाया गया है।
8. 01-05-2022 छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक व्यक्ति को पेड़ से उल्टा लटका कर पांच लोगों द्वारा बेरहमी से लाठियों से पीटने के बारे में।
9. 12-04-2022 एक दुर्घटना के बारे में जिसमें पांच शवों के दर्दनाक दृश्य लगातार बिना धुंधले दिखाए जा रहे हैं।
10. 11-04-2022 एक ऐसी घटना के बारे में जिसमें केरल के कोल्लम में एक व्यक्ति को अपनी 84 वर्षीय मां पर बेरहमी से हमला करते हुए देखा जा सकता है, लगभग 12 मिनट तक बिना धुंधला किए लगातार अपनी मां को पीटते हुए और बेरहमी से पीटते हुए देखा जा सकता है।
11. 07-04-2022 बेंगलुरू में एक बूढ़े व्यक्ति द्वारा अपने बेटे को आग लगाने के बेहद परेशान करने वाले वीडियो के बारे में। बूढ़े व्यक्ति द्वारा माचिस की तीली जलाकर उसे अपने बेटे पर फेंके जाने का असंपादित फुटेज बार-बार प्रसारित किया गया।
12. 22-03-2022 असम के मोरीगांव जिले में एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़के की पिटाई के वीडियो के बारे में, जिसे बिना ब्लर या म्यूट किए चलाया जा रहा है जिसमें लड़के को बेरहमी से पीटते हुए रोते और गिड़गिड़ाते हुए सुना जा सकता है।