कांग्रेस छोड़ने वाले मिलिंद देवड़ा, अशोक चव्हाण को मिला ईनाम, दोनों नेताओं ने राज्यसभा के लिए दाखिल किया पर्चा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 15, 2024 09:15 AM2024-02-15T09:15:42+5:302024-02-15T09:37:00+5:30
हाल में कांग्रेस छोड़ने वाले अशोक चव्हाण और मिलिंद देवड़ा ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है।
मुंबई:कांग्रेस पार्टी को गच्चा देकर भाजपा में शामिल हुए अशोक चव्हाण और शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हुए मिलिंद देवड़ा ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। इसके अलावा सत्तारूढ़ सरकार में एक अन्य सहयोगी अजिक पवार की एनसीपी ने अपनी ओर से राज्यसभा चुनाव के लिए प्रफुल्ल पटेल को नामित किया है।
समाचार वेबासइट इंडिया टुडे के अनुसार भाजपा ने न केवल कांग्रेस से ताजा-ताजा आये अशोक चव्हाण को राज्यसभा का टिकट दिया है बल्कि पार्टी ने पुणे की पूर्व विधायक मेधा कुलकर्णी और आरएसएस प्रचारक डॉ अजीत गोपचड़े जैसे भाजपा समर्पित कार्यकर्ताओं को राज्यसभा के लिए नामांकित करके पार्टी संगठन में आंतरिक संतुलन बनाए रखने का भी प्रयास किया है।
बताया जा रहा है कि मेधा कुलकर्णी, जिन्हें पार्टी ने पहले तत्कालीन महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल के लिए कोथरुड निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार नहीं बनाया था, अब पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में उनके उस समय किये गये त्याग को पुरस्कृत करने का फैसला करके कार्यकर्ताओं में सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की है।
वहीं विपक्ष ने बीजेपी की ओर राज्यसभा के लिए चुने गये कैंडिडेट की जमकर आलोचना की है। भाजपा के चयन पर तंज कसते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने आरोप लगाया है कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के साथ छल कर रही है।
उन्होंने कहा कि ये वही भाजपा है, जो एक समय में अशोक चव्हाण और मिलिंद देवड़ा की आलोचना करती थी क्योंकि दोनों कांग्रेस पार्टी में थे लेकिन अज जब एक भाजपा और एक शिंदे गुट में चले गये तो भाजपा उन्हीं नेताओं पर खामोश है।
कांग्रेस के नाना पटोले के अलावा शिवसेना (उद्धव गुट) के वरिष्ठ नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि पूर्व कांग्रेस नेताओं को राज्यसभा के लिए नामांकित करके राज्य की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने अपनी असली सच्चाई उजागर कर दी है।
ठाकरे ने चव्हाण और देवड़ा के राज्यसभा नामांकन की निंदा करते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा और शिंदे गुट ऐसे नेताओं को राज्यसभा भेजकर अपने कैडर के साथ अन्याय कर रही है।