बिहार भर के मनरेगा मजदूरों ने बुधवार (31 जुलाई) को राजधानी पटना में मांगों के समर्थन में मनरेगा मजदूर विकास संगठन के बैनर तले प्रदर्शन किया. मुख्यमंत्री का घेराव करने के लिए सैकड़ों मनरेगा मजदूरों ने कारगिल चौक से प्रतिरोध मार्च निकाला. जेपी गोलंबर के पास 9 सूत्रीय मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे मनरेगा मजदूरों पर पटना पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया है.
बताया जाता है कि सभी मजदूर कारगिल चौक से राजभवन की तरफ प्रदर्शन करते हुए जा रहे थे. प्रदर्शनकारियों का हंगामा देख पुलिस ने जेपी गोलंबर पास उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो पुलिस ने उन पर वॉटर कैनन से पानी का बौछार कर दिया.
दरअसल, अपनी 9 सूत्री मांगों के समर्थन में मनरेगा मजदूर विकास संगठन के बैनर तले कारगिल चौक से राजभवन तक मार्च निकाला था. पटना पुलिस ने कारगिल चौक पर जुलूस को रोकने का प्रयास किया. लेकिन, मजदूर और उग्र हो गए. जिसे शांत कराने के लिए पुलिस ने वॉटर का इस्तेमाल किया तब जाकर ईंट-पत्थर चला रहे मजदूर शांत हुए.
इस दौरान कई मजदूरों को चोटें भी आईं हैं. साथ ही प्रदर्शन कर रहे हैं मजदूरों द्वारा चलाए गए ईंट और पत्थर से एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया है.
मजदूरों की प्रमुख मांगें हैं
सरकार उन्हें साल भर में कम से कम 200 दिन काम दे, मनरेगा मजदूरों की मजदूरी 177 रुपये से बढ़ाकर 350 रुपये की जाए, मनरेगा मजदूरों का पंजीकृत बीमा कराया जाए और मजदूरों की बकाया राशि का शीघ्र भुगतान किया जाए. साथ ही काम में मशीन का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगाने और मजदूरों को पंजीकृत कर बीमा करने की भी मांग की.