नई दिल्ली, 14 अक्टूबर: #Metoo के तहत बॉलीवुड जगत, महिला पत्रकारों से लेकर आम महिलाओं तक सोशल मीडिया पर अपने साथ हुए यौन शोषण के बारे में खुलकर अपनी बात बता रही हैं। इस मामले में इन्हीं जगत से लोग अपनी-अपनी राय भी रख रहे हैं। अपने बेबाक बयानों के लिए माने जाने वाले केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने भी अपना बयान दिया है। रामदास अठावले ने कि #MeToo मुहिम के तहतकई लोगों को दोषी पाया गया है, लेकिन मुझे लगता है इन लोगों की उचित जांच करानी चाहिए।
पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कि यदि किसी व्यक्ति पर कोई आरोप लगा है तो उसकी जांच होनी चाहिए। कई लोगों को मीटू मूवमेंट मामले में दोषी पाया गया। लेकिन इसका नेताओं और अभिनेताओं को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
पिछले दिन रांची के एक कार्यक्रम के दौरान मीटू में केंद्रीय राज्यमंत्री एमजे अकबर पर लगे आरोप के बारे में उन्होंने कहा था कि उनका पक्ष सुनने के बाद पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
उधर #MeToo अभियान के तहत यौन शोषण के आरोपों के बीच चौतरफा दबाव झेल रहे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने सफाई देते हुए कहा है कि साक्ष्य के बिना आरोप एक वायरल बुखार बन गया है, उनके ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि अपने ऊपर लगे इन आरोपों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे।उन्होंने कहा कि विदेश दौरे पर होने के कारण वह पहले जवाब नहीं दे सके।
इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं के #MeToo अभियान को भी राजनैतिक रूप दिया। समचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा कि ये सभी आरोप चुनाव से पहले आरोप लगाना एजेंडा हो सकता है।इसके कारण मेरी छवि को काफी नुकशान पहुंचा है।