भारत-चीन के बीच रिश्ते सुधरना मुश्किल, ट्रेनिंग प्रोग्राम में बीजेपी कार्यकर्ताओं को बताया 'चीन बड़ा खतरा'
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: June 18, 2018 07:49 IST2018-06-18T07:49:35+5:302018-06-18T07:49:35+5:30
मोदी सरकार और चीन की शी जिनपिंग सरकार ने अपनी विदेश नीति के तहत भारत और चीन के बीच रिश्तों को बेहतर करने की एक बार फिर कोशिश की है, लेकिन बीजेपी के कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण और प्रशिक्षण में उपयोग होने वाली सामग्री को चीन, भारत और चीन के हितों के लिए "खतरे" के रूप में देखता है।

भारत-चीन के बीच रिश्ते सुधरना मुश्किल, ट्रेनिंग प्रोग्राम में बीजेपी कार्यकर्ताओं को बताया 'चीन बड़ा खतरा'
नई दिल्ली, 18 जून। मोदी सरकार और चीन की शी जिनपिंग सरकार ने अपनी विदेश नीति के तहत भारत और चीन के बीच रिश्तों को बेहतर करने की एक बार फिर कोशिश की है, लेकिन बीजेपी के कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण और प्रशिक्षण में उपयोग होने वाली सामग्री को चीन, भारत और चीन के हितों के लिए "खतरे" के रूप में देखता है।
बीजेपी पंडित दीन दयाल उपाध्याय शिक्षा महाविद्यालय (मेगा ट्रेनिंग प्रोग्राम) 2018 के तहत पूरे देश में बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण सामग्री तैयार कर रही है। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीती 13 जून को जारी हुई एक पुस्तक को पढ़ा है।
इस किताब में बताया गया है कि, चीन और पाकिस्तान दोनों पर परमाणु हथियारों से लैस हैं और उन्होंने वैश्विक शक्ति के रूप में उभरते भारत के विकास में बाधा डालने के लिए करीबी राजनयिक संबंध विकसित किए हैं।
खबर यह भी है कि बीजेपी ने महिला मोर्चा, किसान मोर्चा के लिए अलग-अलग पुस्तिकाएं तैयार की हैं, लेकिन इस किताब में चीन को उनके मूल्यांकन, राष्ट्र के समक्ष चुनौतियां के रूप में शामिल किया है।