जम्मू कश्मीर से 370 हटाने के प्रस्ताव बोलीं महबूबा मुफ्ती- ये भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन
By स्वाति सिंह | Updated: August 5, 2019 12:10 IST2019-08-05T12:10:35+5:302019-08-05T12:10:35+5:30
गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में एक संकल्प पेश किया जिसमें कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के सभी खंड जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होंगे ।

जम्मू कश्मीर से 370 हटाने के प्रस्ताव बोलीं महबूबा मुफ्ती- ये भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन
गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सोमवार को राज्यसभा में पेश किए संविधान के अनुच्छेद 370 पर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने भारतीय लोकतंत्र में सबसे काला दिन बताया है।
महबूबा मुफ़्ती ने लिखा 'आज भारतीय लोकतंत्र में सबसे काला दिन है। 1947 में दो राष्ट्र सिद्धांत को खारिज करने और भारत के साथ संरेखित करने के जम्मू और कश्मीर नेतृत्व के निर्णय ने पीछे छोड़ दिया गया है। भारत सरकार की धारा 370 को रद्द करने का एकतरफा निर्णय गैरकानूनी और असंवैधानिक है जो भारत को जम्मू-कश्मीर में एक व्यावसायिक शक्ति बना देगा।'
Today marks the darkest day in Indian democracy. Decision of J&K leadership to reject 2 nation theory in 1947 & align with India has backfired. Unilateral decision of GOI to scrap Article 370 is illegal & unconstitutional which will make India an occupational force in J&K.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
उन्होंने लिखा 'इसके परिणाम भयावह होंगे। भारत सरकार के इरादे स्पष्ट हैं। वे यहां के लोगों को डरा कर जम्मू-कश्मीर पर कब्ज़ा चाहते हैं। भारत अपने वादों को निभाने में कश्मीर को विफल कर चुका है।'
It will have catastrophic consequences for the subcontinent. GOIs intentions are clear. They want the territory of J&K by terrorising it’s people. India has failed Kashmir in keeping its promises.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
महबूबा मुफ़्ती ने आगे लिखा 'हमारे जैसे लोग जिन्होंने संसद में विश्वास रखा उन्हें और लोकतंत्र के मंदिर को धोखा दिया गया है। जम्मू-कश्मीर में उन तत्वों को जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के तहत संविधान और मांगे गए प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इससे अलगाववादी कश्मीरियों का अहसास खत्म हो जाएगा।'
People like us who placed faith in Parliament, the temple of democracy have been deceived. Those elements in J&K who rejected the 🇮🇳 constitution & sought resolution under the UN have been vindicated. This will exacerbate the alienation Kashmiris feel.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
उन्होंने लिखा 'पहले से ही घर में गिरफ्तारी और आगंतुकों को आने अनुमति नहीं है। यह निश्चित नहीं है कि मैं कब तक बात कर पाउंगी। क्या यह वह भारत है जिसके प्रति हम आग्रही हैं?
Already under house arrest & not allowed to have visitors either. Not sure how long I’ll be able to communicate. Is this the India we acceded to?
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में एक संकल्प पेश किया जिसमें कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के सभी खंड जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होंगे । गृह मंत्री ने कहा, राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद अनुच्छेद 370 के सभी खंड लागू नहीं होंगे। ' इससे पहले सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक घंटे लंबी बैठक चली। समझा जाता है कि इस बैठक में शीर्ष नेतृत्व ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।