मेघालय: कांग्रेस को एक और झटका, छात्र इकाई एनएसयूआई के 600 सदस्यों ने पार्टी छोड़ी
By विशाल कुमार | Published: December 4, 2021 10:06 AM2021-12-04T10:06:26+5:302021-12-04T10:29:46+5:30
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष बंशरेलांग पिंगरोप ने कुछ महीने पहले मेघालय प्रदेश कांग्रेस समिति (एमपीसीसी) के अध्यक्ष की कमान संभालने वाले सांसद विंसेंट एच. पाला पर गैरपेशेवर रवैये का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था।
गुवाहाटी:मेघालय में अपने प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद कांग्रेस को एक और झटका देते हुए उसकी छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के करीब 600 सदस्यों ने राज्य की पूर्वी खासी हिल्स जिला इकाई की सदस्यता से 2 दिसंबर को इस्तीफा दे दिया।
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, जबकि हाल ही में गुवाहाटी यूनिवर्सिटी के पोस्टग्रेजुएट स्टूडेंट्स यूनियन के चुनाव में एनएसयूआई ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी।
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष बंशरेलांग पिंगरोप ने कुछ महीने पहले मेघालय प्रदेश कांग्रेस समिति (एमपीसीसी) के अध्यक्ष की कमान संभालने वाले सांसद विंसेंट एच. पाला पर गैरपेशेवर रवैये का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था।
पिंगरोप ने एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन को लिखे एक पत्र में कहा था कि एमपीसीसी में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए हम अनाथों की तरह रह गए थे. उन्होंने शिकायत की थी कि राज्य कांग्रेस प्रमुख को कड़ी मेहनत, ईमानदारी और समर्पण के लिए कोई सम्मान नहीं है।
कांग्रेस की मेघालय इकाई अक्टूबर में तब संकट में घिर गई जब पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल एम. संगमा के नेतृत्व में उसके 12 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया और तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। उनके इस कदम के लिए भी पाला को कमान देने को माना गया।
बीते 1 दिसंबर को कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जेम्स लिंगदोह और महासचिव मानस दास गुप्ता ने भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने भी पाला के खिलाफ भी शिकायत की थी।
यही नहीं राज्य की गारो हिल्स स्वायत्त जिला परिषद के चुनाव में इस साल की शुरुआत में 12 सीटें जीतने के बाद भी विपक्षी कांग्रेस वहां संकट में है. क्योंकि पार्टी के अधिकांश जिला परिषद सदस्यों ने संगमा के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया है।