वित्त मंत्रालय में मीडिया पर बंदिशें: एडिटर्स गिल्ड ने इसे मीडिया की आजादी का ‘गला घोंटना’ करार दिया

By भाषा | Published: July 11, 2019 07:09 AM2019-07-11T07:09:18+5:302019-07-11T07:18:29+5:30

एडिटर्स गिल्ड ने नॉर्थ ब्लॉक में मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर केंद्रीय वित्त मंत्रालय की ओर से लगाई गई बंदिशों को मीडिया की आजादी का गला घोंटना करार दिया और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से यह ‘‘मनमाना फैसला’’ वापस लेने की अपील की।

Media restrictions in the Finance Ministry: Editor's Guild calls it 'thug' of media freedom | वित्त मंत्रालय में मीडिया पर बंदिशें: एडिटर्स गिल्ड ने इसे मीडिया की आजादी का ‘गला घोंटना’ करार दिया

वित्त मंत्रालय में मीडिया पर बंदिशें: एडिटर्स गिल्ड ने इसे मीडिया की आजादी का ‘गला घोंटना’ करार दिया

Highlightsत्त मंत्री निर्मला सीतारमण से यह ‘‘मनमाना फैसला’’ वापस लेने की अपील की।पत्रकारों से कहा गया है कि उन्हें जिस अधिकारी से मिलना हो, उससे मिलने का समय पहले ही ले लें वरना प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

नयी दिल्ली, 10 जुलाई: एडिटर्स गिल्ड ने नॉर्थ ब्लॉक में मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर केंद्रीय वित्त मंत्रालय की ओर से लगाई गई बंदिशों को मीडिया की आजादी का गला घोंटना करार दिया और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से यह ‘‘मनमाना फैसला’’ वापस लेने की अपील की। हालांकि, इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय से मंगलवार को जारी स्पष्टीकरण में कहा गया था कि वित्त मंत्रालय के भीतर मीडियाकर्मियों के प्रवेश के संबंध में एक प्रक्रिया तय की गई है और मंत्रालय में पत्रकारों के प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

बहरहाल, एडिटर्स गिल्ड ने नॉर्थ ब्लॉक में वित्त मंत्रालय के दफ्तरों में यहां तक कि सरकारी मान्यता प्राप्त पत्रकारों के प्रवेश पर भी बंदिशें लगाने के मंत्रालय के ‘‘मनमाने फैसले’’ की भी निंदा की। सरकारी मान्यता प्राप्त पत्रकारों से कहा गया है कि उन्हें जिस अधिकारी से मिलना हो, उससे मिलने का समय पहले ही ले लें वरना प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। गिल्ड ने एक बयान में कहा कि मंत्रालय से इस बाबत उसका कोई विवाद नहीं है कि पत्रकारों को वित्त मंत्रालय में मौजूद रहने के दौरान संयम और जिम्मेदारी से काम लेना चाहिए, लेकिन कोई सीधा-सपाट आदेश इसका जवाब नहीं है।

एडिटर्स गिल्ड ने कहा, ‘‘पत्रकार आरामतलबी और स्वागत सत्कार के लिए सरकारी दफ्तरों में नहीं जाते। वे खबरें इकट्ठा करने का अपना चुनौतीपूर्ण काम करने के लिए वहां जाते हैं। यह आदेश मीडिया की आजादी का गला घोंटना है और इससे भारत वैश्विक प्रेस आजादी की रैंकिंग में और नीचे जा सकता है, खासकर इसलिए क्योंकि यह प्रवृति दूसरे मंत्रालयों में भी आसानी से फैल सकती है।’’

गिल्ड ने कहा कि यदि वित्त मंत्री को लगता है कि सरकारी दफ्तरों में पत्रकारों के प्रवेश से कोई असुविधा हो रही है तो पत्रकारों से बातचीत कर व्यवस्था में सुधार किया जा सकता है। वित्त मंत्री अपने फैसले पर फिर से विचार करें और इसे वापस लें।

Web Title: Media restrictions in the Finance Ministry: Editor's Guild calls it 'thug' of media freedom

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