मायावती ने राजस्थान में कांग्रेस पर लगाया विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 10, 2022 09:30 PM2022-07-10T21:30:08+5:302022-07-10T21:33:52+5:30
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वो राजस्थान में गहलोत सरकार के लिए अपने पुराने और पसंदीदा खरीद-फरोख्त के खेल को अंजाम देने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अशोक गहलोत की सरकार की संख्या को बढ़ाने के लिए बसपा विधायकों को प्रलोभन दे रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजस्थान में अपने पुराने खरीद-फरोख्त के खेल को अंजाम देने की कोशिश कर रही है लेकिन बसपा के सभी विधायक पार्टी के प्रति निष्ठावान हैं और वहां पर उनकी दाल नहीं गलेगी।
बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस पर पार्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने बसपा कार्यकर्ताओं से कहा कि वे उन लोगों को छोड़ दें, जो पैसे के लोभ में पार्टी को धोखा देने का प्रयास कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली में राजस्थान बसपा नेताओं को संबोधित करते हुए मायावती ने कांग्रेस पर हमला करने के साथ उदयपुर में मारे गये कन्हैया लाल के मामले में भाजपा पर सांप्रदायिक गोलबंदी करने का आरोप लगाया।
बैठक के बाद बसपा द्वारा जारी बयान के अनुसार मायावती ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार सांप्रदायिक माहौल को परखने में नाकामयाब रही और यही कारण है कि राजस्थान की जनता को सुरक्षा की भावना देने में पूरी तरह से फेल हो गई है। वहीं उदयपुर हत्याकांड के बाद से भाजपा भी अपने संकीर्ण राजनीतिक हितों को बढ़ावा देने में लगी हुई है।
बीते 28 जून को उदयपुर में दो धार्मिक उन्मादियों ने नूपुर शर्मा विवाद की आड़ लेते हुए कन्हैया लाल नाम के शख्स की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी थी। पेशे से दर्जी कन्हैया लाल उस वक्त कातिलों का शिकार हुए जब वो उनके लिए कपड़े की सिलाई का नाप ले रहे थे। हत्या के कुछ घंटों के भीतर राजस्थान पुलिस ने रियाज़ अख्तरी और ग़ौस मोहम्मद नाम को दो आरोपियों को महासमुंद से गिरफ्तार कर लिया था।
बसपा प्रमुख मायावती ने राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा दोनों पर हमला करते हुए कहा कि वो अराजकता पैदा करने की सोच और तुष्टीकरण की नीति को फौरन खत्म करें।
वहीं रक्षा मंत्रालय के 'अग्निपथ योजना' पर प्रतिक्रिया देते हुए मायावती ने कहा कि अग्निपथ वाली नई “संविदात्मक” सैन्य भर्ती योजना के कारण राजस्थान के मेहनती युवाओं में बहुत निराशा है और केंद्र सरकार को इस योजना पर फिर से विचार करना चाहिए।
वहीं भाजपा द्वारा पसमांदा मुसलमानों के प्रति निकटता को छलावा करार देते हुए मायावती ने कहा कि केवल पसमांदा मुसलमान ही नहीं बल्कि देश का हर वर्ग, हर धर्म आज बेरोजगारी और महंगाई से त्रस्त है। अगर सरकार को वाकई उनके दुखों को कम करना है तो सबसे पहले बेरोजगारी को खत्म करने और महंगाई को दूर करने के उपायों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)