केरल विधानसभा सत्र में मावुंकल मामला, कोविड-19 के कारण मौत संबंधी मामला उठाए जाने की संभावना
By भाषा | Updated: October 3, 2021 17:43 IST2021-10-03T17:43:39+5:302021-10-03T17:43:39+5:30

केरल विधानसभा सत्र में मावुंकल मामला, कोविड-19 के कारण मौत संबंधी मामला उठाए जाने की संभावना
तिरुवनंतपुरम, तीन अक्टूबर 15वीं केरल विधानसभा के सोमवार से शुरू हो रहे तीसरे सत्र में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) नीत विपक्ष मोन्सन मावुंकल के पुलिस अधिकारियों से कथित संबंध, कोविड-19 के कारण हुई मौत के मामले दर्ज करने संबंधी दिशा-निर्देश और स्कूलों को पुन: खोले जाने जैसे मामलों को उठा सकता है।
कांग्रेस नेता और विधायक पी टी थॉमस ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा कि इस सत्र में इन मामलों के अलावा महिलाओं की सुरक्षा का मामला भी उठाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सत्र में किन-किन मामलों को उठाया जाएगा, इस बारे में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन के साथ विचार-विमर्श के बाद अंतिम फैसला किया जाएगा। विपक्ष ने जिन कुछ अन्य मुद्दों पर वाम सरकार की आलोचना की है, उनमें अडाणी समूह द्वारा शुरू की गई विझिंजम बंदरगाह परियोजना को पूरा करने में देरी और राज्य की महत्वाकांक्षी सिल्वरलाइन परियोजना की कथित अव्यावहारिकता शामिल है।
इसके अलावा विपक्ष को केपीसीसी (केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी) अध्यक्ष के सुधाकरन के मावुंकल के साथ संबंधों से जुड़े आरोपों और कांग्रेस पार्टी में आंतरिक समस्याओं एवं मतभेदों का बचाव करने के लिए तैयार रहना पड़ सकता है, जिसका इस्तेमाल सरकार अपनी आलोचना होने के बाद पलटवार करने के लिए कर सकती है।
विधानसभा का सत्र चार अक्टूबर से शुरू होकर 12 नवंबर तक चलेगा।
केरल विधानसभा के अध्यक्ष एम बी राजेश ने हाल में सत्र के कैलेंडर के अनुसार बताया था कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अनुपूरक वित्तीय विवरण पर भी चर्चा होगी। राज्य विधानसभा सत्र में 24 दिनों में से 19 दिन विधायी मामलों के लिए, चार दिन गैर-सरकारी मामलों के लिए और एक दिन पूरक अनुरोधों पर विचार करने के लिए आवंटित किया गया है।
‘ई-असेम्बली’ परियोजना के तहत एक नवंबर से तीसरा सत्र कागज रहित होगा। यह सत्र मुख्य रूप से 45 अध्यादेशों की जगह लेने के लिए उन कानूनों को पारित करने के लिए बुलाया गया है, जिन्हें कोविड-19 के कारण पारित नहीं किया जा सका।
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