मौसम अलर्ट: उत्तर भारत में तेज हवाओं के साथ बरसात, जानें कोरोना वायरस की सक्रियता पर क्या पड़ेगा असर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 6, 2020 11:43 AM2020-03-06T11:43:04+5:302020-03-06T11:43:04+5:30
दिल्ली सहित उत्तर भारत में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है. इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. तापमान गिरने या बढ़ने से कोरोना वायरस के प्रसार का अब तक कोई संबंध स्थापित नहीं हो पाया है.
दिल्ली-एनसीआर में अचानक मौसम बदलने से गुरुवार रात से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई है। दिल्ली के अलावा हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी हुई जबकि उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओले गिरने की खबर है। हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते पिछले दो दिनों से मौसम में बदलाव दिख रहा है। तेज हवाओं के साथ ही हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
बारिश से कोरोना वायरस पर क्या पड़ेगा असर
भारत में अब तक कोरोना वायरस के 30 मामले सामने आ चुके हैं। अभी तक कोरोना वायरस और तापमान बढ़ने या गिरने के बीच कोई संबंध स्थापित नहीं हुआ है लेकिन कहा जा रहा है गर्मी बढ़ने से इसके संक्रमण के प्रसार में कमी होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी दावा कर चुके हैं कि अप्रैल माह तक कोरोना वायरस अप्रैल में खत्म हो जाएगा। बीबीसी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा ने कहा है कि मौसम बदलने के साथ ही कोरोना पर काबू पाया जा सकता है।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के अनुसार इंडियन मेडिकल काउंसिल रिसर्च के प्रमुख बलराम भार्गव ने कहा है, तापमान में गिरावट का कोरोना वायरस के संक्रमण की गति बढ़ने से कोई संबंध नहीं है। तापमान में गिरावट से कोरोना वायरस के संक्रमण में तेजी की संभावना को डॉक्टर बलराम भार्गव ने नकार दिया है। उन्होंने कहा कि अब तक किसी रिसर्च में ऐसी बात सामने नहीं है। वायरस का प्रसार हवा के माध्यम से नहीं होता है। इसका खतरा मरीजों या संक्रमित जीवों के संपर्क में आने पर ही अधिक होता है।
बेमौसम बरसात से फसल तबाह
महाराष्ट्र में भी पिछले सप्ताह भारी बारिश हुई है। महाराष्ट्र में बेमौसम हुई बारिश में 2,820 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल तबाह हो गई। महाराष्ट्र सकार ने कहा है कि जल्द ही प्रभावित लोगों को आर्थिक मदद दी जाएगी। महाराष्ट्र सरकार में राहत एवं पुर्नवास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि केंद्र ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को आर्थिक मदद मुहैया कराता है लेकिन बेमौसम बारिश के कारण फसलें खोने वाले किसानों के लिए मदद मुहैया नहीं कराई जाती। हम इस समस्या को दूर करने को कोशिश करेंगे।