लाइव न्यूज़ :

राम चबूतरा, सीता रसोई और सहन पर से मुस्लिम पक्ष दावा छोड़ने को तैयार था: मौलाना अरशद मदनी

By भाषा | Updated: November 6, 2019 19:19 IST

मौलाना मदनी ने कहा, 'मध्यस्थता की कोशिश 11-12 बार नाकाम हो चुकी थी, लेकिन जब उच्चतम न्यायालय ने मध्यस्थता के लिए कहा तो मैं मध्यस्थता के लिए सहमत हो गया।' 

Open in App

देश के प्रतिष्ठित मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने बुधवार को दावा किया कि उन्होंने मध्यस्थता समिति से कहा था कि बाबरी मस्जिद-राम जन्म भूमि विवाद मामले में मुस्लिम पक्षकार राम चबूतरा, सीता रसोई और सहन (आंगन) के हिस्से पर अपना दावा छोड़ने को तैयार है और तीन गुम्बदों के नीचे की जगह मांग रहा है।

मौलाना मदनी ने बुधवार को प्रेस वार्ता में कहा, 'मध्यस्थता की कोशिश 11-12 बार नाकाम हो चुकी थी, लेकिन जब उच्चतम न्यायालय ने मध्यस्थता के लिए कहा तो मैं मध्यस्थता के लिए सहमत हो गया।' 

उन्होंने कहा, 'मध्यस्थता का मतलब है कि सभी पक्षकार अपने-अपने रुख में थोड़ा नरमी लाएं। अगर कोई पीछे नहीं हटता है तो मध्यस्थता नहीं होगी।' 

जमीयत प्रमुख ने कहा कि बाबरी मस्जिद में एक हिस्सा गुम्बद के नीचे का है और एक उसका सहन है, जहां राम चबूतरा और सीता रसोई है। उन्होंने कहा, 'हमारा झगड़ा इसे लेकर है। हम इसे अपना हिस्सा बताते हैं और वे (हिन्दू पक्षकार) कहते हैं कि राम चबूतरा भगवान राम का जन्मस्थान है।' 

मदनी ने कहा, 'हमने कहा कि तीन गुम्बदों और इसके सामने वाला हिस्सा मस्जिद के लिए छोड़ दिया जाए और गैर मुस्लिम इस पर से अपना दावा वापस लें।' 

मौलाना मदनी ने कहा, 'हमने मध्यस्थों से कहा कि अगर वे (हिन्दू पक्षकार) पीछे हटते हैं तो हम इस बात पर गौर कर सकते हैं कि सहन के हिस्से (जिसमें राम चबूतरा और सीता रसोई) पर दावा छोड़े दें। हालांकि वह मस्जिद का हिस्सा है।' 

उन्होंने कहा, 'लेकिन रामलला और निर्मोही अखाड़ा एक इंच भी पीछे नहीं हटे और उनका एक ही मुद्दा था कि मुसलमान मस्जिद उन्हें दें दें। इसलिए मध्यस्थता कामयाब नहीं हुई।' 

गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या विवाद को आपसी सहमति से हल करने के लिए तीन मध्यस्थों की एक समिति गठित की थी।

टॅग्स :अयोध्याराम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामलासुप्रीम कोर्ट
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारतआपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे... सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं, जरूरत पड़ी तो मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा, प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत

भारतसुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना को सफलता की कहानियों वाले दिव्यांग लोगों को शो में बुलाने और इलाज के लिए पैसे जुटाने का दिया निर्देश

भारत"कोर्ट के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है...", दिल्ली में वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्त

भारत अधिक खबरें

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट