गफलत में बाजार खुले,पुलिस परेशान-प्रशासन हैरान, पुलिस बंद कराने पहुंची तो व्यापारी बोले..
By बृजेश परमार | Published: May 31, 2020 07:08 AM2020-05-31T07:08:16+5:302020-05-31T07:08:16+5:30
शनिवार को बाजार में सोश्यल मिडिया और समाचार पत्रों की खबरों के आधार पर गफलत में बाजार में कुछ सामग्रियों की दुकानें खुल गई,जबकि जिला प्रशासन की और से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया था।
उज्जैन। शनिवार को बाजार में सोश्यल मिडिया और समाचार पत्रों की खबरों के आधार पर गफलत में बाजार में कुछ सामग्रियों की दुकानें खुल गई,जबकि जिला प्रशासन की और से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया था। दुकानें खुलने पर पुलिस और व्यापारियों में विवाद की स्थितियां बनी तो प्रशासन भी ऐसी स्थिति बनने पर हैरान था।दोपहर में कलेक्टर ने शनिवार से ही कुछ सामग्रियों की दुकानों को खोलने के आदेश जारी किए हैं।
जिला आपदा प्रबंधन की शुक्रवार को हुई बैठक के बाद शनिवार से कुछ सामग्रियों की दुकानें खोलने को लेकर सोश्यल मिडिया पर खबर चल पडी,इसे समाचार पत्रों ने भी जनप्रतिनिधियों के हवाले से लिखा,जबकि इस तरह के कोई आदेश जारी प्रशासन की और से नहीं किए गए। इसे लेकर शनिवार को बाजार में गफलत फैल गई।व्यापारियों ने दुकानें खोली तो पुलिस और उनके बीच विवाद के हाल भी बने। प्रशासन भी ऐसे हाल में हैरान रह गया। दोपहर में कलेक्टर आशीष सिंह ने शनिवार से ही शहर में खाद बीज, ऑटो पार्ट्स रिपेयर , कंस्ट्रक्शन और हार्डवेयर की दुकानें खोलने के आदेश सशर्त दिए हैं। दुकान खुलने का समय सुबह 11:00 से शाम 5:00 बजे तक रहेगा।
इस प्रकार इन 6 घंटों में वह सभी लोग बगैर पास से आ जा सकते है जिन्हें इन दुकानों से संबंधित काम होगा ।शनिवार सुबह इन सामग्रियों की दुकान खोलने पहुंचे व्यापारी और बंद कराने पहुंची पुलिस में फ्रीगंज के साथ ही शहर के कई हिस्सों में विवाद के हालात बन गए।पुलिस का कहना था कि ऐसे कोई आदेश नहीं हुए हैं व्यापारी अखबारों में छपी खबरों का तर्क देते रहे।कुछ स्थानों पर पुलिस के रूखे व्यवहार का भी व्यापारियों को शिकार होना पड़ा।
एकल किराना दुकान, हार्डवेयर, स्पेयर पार्ट, कृषि उपकरणों की दुकानें खुली रहेगी
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी आशीष सिंह ने उज्जैन जिले में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए पूर्व में जारी किए गए कर्फ्यू एवं लॉकडाउन के आदेशों में संशोधन करके 30 मई से कंटेनमेंट क्षेत्र को छोड़कर रहवासी कॉलोनी के अंदर प्रातः 11 से शाम 5 बजे तक अकेली किराना की दुकानों को खोलने की अनुमति जारी कर दी है। कलेक्टर द्वारा जारी किए गए संशोधित आदेश के अनुसार उज्जैन जिले में प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक कंटेनमेंट क्षेत्र को छोड़कर रहवासी कॉलोनी के अन्दर एकल किराना दुकानें, हार्डवेयर, स्पेयर पार्ट्स, मशीन के रिपेयरिंग की दुकान, कृषि उपकरण, खाद, बीज एवं कीटनाशक दवाइयों की दुकान खुलेगी. कलेक्टर द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार आगर रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र में स्थित उद्योगों को प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। औद्योगिक इकाइयों के परिसर में समुचित सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ धोने की व्यवस्था एवं न्यूनतम आवश्यक श्रमिकों की उपस्थिति के साथ उद्योगों का संचालन हो सकेगा । उक्त आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे।
प्रशासन का यह क्रूर व्यवहार आगे से हुआ तो कांग्रेस सड़क पर उतरेगी
65 दिन के लंबे लॉक डाउन के बाद भाजपा जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन द्वारा शहर को २ दिन प्रयोग के तौर पर खोलने का निर्णय लिया गया था किंतु निर्णय के विपरीत आज जिस तरह से शहर के आमजन और व्यापारियों के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा अभद्रता और गाली-गलौज की गई व डंडे बरसाए गए। उसकी शहर कांग्रेस कमेटी कड़े शब्दों में निंदा करती है और साथ ही चेतावनी भी देती है कि अब आगे लॉक डाउन खोलने से संबंधित किसी भी प्रकार के निर्णय लेने से पूर्व शहर के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं व्यापारिय एसोसिएशन के साथ तालमेल बनाकर विश्वास में लेकर ही लॉक डाउन खोलने का कोई निर्णय लेवे ताकि शहर के आमजन को दोबारा पुलिस की प्रताड़ना अभद्रता व डंडो का सामना न करना पड़े।
अगर आगे से प्रशासन द्वारा इस तरह की कुरता सामने आई तो कांग्रेस पार्टी से करा भी सहन नहीं करेगी और सड़कों पर उतरेगी ।शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी कहां की २ माह से अधिक लंबे समय से घरों में कैद उज्जैन जिले के लोगों को आज सुबह अखबार के माध्यम से जानकारी मिली की भाजपा के जनप्रतिनिधियों के साथ जिला प्रशासन ने एक मीटिंग की और उसमें निर्णय लिया कि लॉक डाउन खोलने के पूर्व जिले को प्रयोग के तौर पर २ दिन के लिए खोलकर देखना चाहिए। जिसमें गली मोहल्लों की किराने की दुकान दूध की दुकान है टूट-फूट पंचर हार्डवेयर और निर्माण से संबंधित दुकानों को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक खोलने का निर्णय लिया गया था। किंतु आज जब आमजन अपने घरों से निकलकर शहर में निकला तो उन्हें सबसे पहले पुलिस के डंडों अभद्रता गाली गलौज का सामना करना पड़ा। आम आदमी प्रशासन की इस कार्यवाही से भौचक्का रह गया, कंठाल, गुदरी, गोपाल मन्दिर, चामुंडा चोराहे, और फ्रीगंज पार्क, सिंधि कालोनी चोराहे व तीनबत्ती चोराहे पर आमजन ओर व्यापारियों को पुलिस के लठ्ठों का कोपभाजन बनना पड़ा। पुलिस एवं प्रशासन द्वारा आम जनता के साथ किए गए। इससे अब मानवीय व्यवहार की हम घोर निंदा करते करते हैं।