पेरिसः भारत के ‘मराठा मिलिट्री लैंडस्केप्स’ विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया। यह निर्णय पेरिस में चल रहे विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) के 47वें सत्र के दौरान लिया गया। कई देशों ने 2024-25 चक्र के लिए यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल सूची में शामिल होने के लिए अपने नामांकन प्रस्तुत किए थे। भारत ने मराठा सैन्य भूदृश्यों को नामांकित किया था, जो महाराष्ट्र और तमिलनाडु में स्थित प्राचीन किलों का एक समूह है। ये स्थल मराठा साम्राज्य की सैन्य शक्ति को दर्शाते हैं, जिसने 17वीं से 19वीं शताब्दी तक भारतीय उपमहाद्वीप के बड़े हिस्से पर शासन किया था। भारत की 43 संपत्तियाँ विश्व धरोहर सूची में हैं।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने कहा है कि मराठा शासकों द्वारा परिकल्पित असाधारण किलेबंदी और सैन्य प्रणाली का प्रतिनिधित्व करने वाले मराठा किलों को शुक्रवार को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल कर किया गया। यह निर्णय पेरिस में चल रहे विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) के 47वें सत्र के दौरान लिया गया।
यूनेस्को ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में नया नाम: भारत में मराठों के किले।’’ यूनेस्को दर्जा के लिए नामांकन 2024-25 सत्र के लिए किया गया था। मराठा शासकों के 12 किले एवं दुर्ग को यह दर्जा दिया गया,
जिनमें महाराष्ट्र में साल्हेर किला, शिवनेरी किला, लोहगढ़, खंडेरी किला, रायगढ़, राजगढ़, प्रतापगढ़, स्वर्णदुर्ग, पन्हाला किला, विजय दुर्ग और सिंधुदुर्ग और तमिलनाडु में जिंजी किला शामिल हैं। विविध भौगोलिक क्षेत्रों में फैले ये धरोहर स्थल मराठा साम्राज्य की सामरिक शक्तियों को प्रदर्शित करते हैं। मराठा शासकों के ये दुर्ग 17वीं और 19वीं शताब्दी के बीच के हैं।
अफ्रीकी महाद्वीप के दो सांस्कृतिक स्थलों और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के एक प्राचीन स्थल को शुक्रवार को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार पोस्ट में यह जानकारी दी। पोस्ट में लिखा है, ‘‘यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल सूची में नया नाम, कैमरून के मंदारा पर्वतों का दी-गिड-बीय सांस्कृतिक स्थल।’’
यूनेस्को की वेबसाइट के अनुसार, दी-गिड-बीय सांस्कृतिक स्थल कैमरून के सुदूर उत्तरी क्षेत्र के सात गांवों में स्थित सोलह सूखे पत्थर के स्थलों का एक समूह है। संयुक्त राष्ट्र की संस्था ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, ‘‘विश्व विरासत सूची: माउंट मुलंजे सांस्कृतिक स्थल, मलावी।’’ माउंट मुलंजे बायोस्फीयर रिजर्व, मलावी के दक्षिण-पश्चिम में, मोजाम्बिक की सीमा के पास स्थित है।
एक अन्य पोस्ट में कहा गया, ‘‘यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में नया स्थान: फ़या पैलियोलैंडस्केप, संयुक्त अरब अमीरात।’’ फ़या पैलियोलैंडस्केप संयुक्त अरब अमीरात में शारजाह अमीरात के मध्य क्षेत्र में स्थित है। ग्यारह से 13 जुलाई तक भारत सहित विभिन्न देशों से प्राप्त नामांकनों के साथ कुल 32 स्थलों की समीक्षा की गई।