'कांग्रेस के कई नेताओं का धर्म, एक परिवार के लिए काम करना है', भाजपा में शामिल होने के बाद बोले अनिल एंटनी
By रुस्तम राणा | Published: April 6, 2023 04:49 PM2023-04-06T16:49:19+5:302023-04-06T16:49:19+5:30
बीजेपी में शामिल होने के बाद अनिल एंटनी ने कांग्रेस पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगाया। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर एक पारिवार के लिए काम करने का आरोप लगाया।
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व रक्षामंत्री ए के एंटनी के बेटे अनिल एंटनी बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल हो गये। केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, राज्यसभा सदस्य व भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी की मौजूदगी में अनिल एंटनी ने भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगाया। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर एक पारिवार के लिए काम करने का आरोप लगाया। अनिल एंटनी ने कहा, कांग्रेस के बहुत से नेता मानते हैं कि उनका धर्म एक खास परिवार के लिए काम करना है, लेकिन मेरा मानना है कि मेरा धर्म लोगों के लिए काम करना है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए एंटनी ने कहा, अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए पीएम मोदी के पास स्पष्ट दृष्टि है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के पास भारत के सभी लोगों के लिए सामाजिक और आर्थिक गतिशीलता और न्याय दिलाने के लिए भी एक बहुत स्पष्ट दृष्टि है।
#WATCH | "Many of the Congress leaders believe that their duty is to work for a particular family but I believe that my duty is to work for the people. PM Modi has a clear vision to make India a developed country in the next 25 years…": says Anil Antony, soon after joining BJPpic.twitter.com/G3rTjP0oYG
— ANI (@ANI) April 6, 2023
अनिल ने इसी साल जनवरी महीने में कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने गुजरात में 2002 में हुए दंगों पर आधारित ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) के वृत्तचित्र को भारतीय संस्थानों के विचारों से अधिक महत्व दिए जाने को खतरनाक चलन बताते हुए कहा था कि इससे देश की संप्रभुता प्रभावित होगी। इस प्रतिक्रिया के बाद उन्हें कांग्रेस के भीतर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद उन्होंने पार्टी में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।
(भाषा इनुट के साथ)