मनीष सिसोदिया शराब घोटाले में 20 मार्च तक के लिए जेल भेजे गए, सीबीआई ने नहीं मांगी कस्टडी
By शिवेंद्र राय | Published: March 6, 2023 02:50 PM2023-03-06T14:50:37+5:302023-03-06T14:52:11+5:30
राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। इसका मतलब है कि मनीष सिसोदिया की होली जेल में ही बीतेगी। बता दें किदिल्ली शराब नीति मामले की जांच कर रही सीबीआई ने 26 फरवरी को 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था।
नई दिल्ली: दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया एक हफ्ते से सीबीआई की हिरासत में थे। सोमवार को सिसोदिया को सीबीआई की रिमांड खत्म होने पर राउज एवेन्यू कोर्ट लाया गया। कोर्ट में सीबीआई ने आज मनीष सिसोदिया की कस्टडी नहीं मांगी। इसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हे 20 मार्च तक के लिए जेल भेज दिया है।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। इसका मतलब है कि मनीष सिसोदिया की होली जेल में ही बीतेगी। बता दें कि इस मामले की जांच कर रही सीबीआई ने 26 फरवरी को 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था। 27 फरवरी को राउज एवेन्यू कोर्ट ने सिसोदिया को चार मार्च तक के लिए सीबीआई की रिमांड में भेजा था। सिसोदिया को शनिवार (4 मार्च) को अदालत में दोबारा पेश किया गया था। 4 मार्च को कोर्ट ने उन्हे सीबीआई की दो और दिन की हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद जब 6 मार्च को सीबीआई ने सिसोदिया को कोर्ट में पेश किया तब उनकी कस्टडी नहीं मांगी।
राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई की तरफ से कहा गया कि हम अभी और पुलिस हिरासत नहीं मांग रहे हैं। लेकिन भविष्य में इसकी मांग कर सकते हैं, क्योंकि आरोपी व्यक्ति का आचरण सही नहीं है। सीबीआई की तरफ से ये भी कहा गया कि गवाहों को आशंका है कि उन्हें निशाना बनाया जा सकता है। बता दें कि इस बीच सिसोदिया ने सुप्रीम कोर्ट में भी अपनी बेल अर्जी डाली थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उस पर सुनवाई करने से मना कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से उन्हें हाई कोर्ट जाने के लिए कहा गया था। अब सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई 10 मार्च को होगी।
इस बीच आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है। केजरीवाल ने कहा है कि विपक्ष के नेताओं पर छापे मारकर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। जहां दूसरे दलों की सरकार बनती है, ये उनपर सीबीआई-ईडी की रेड मार देते हैं। सिसोदिया को भी ऐसे ही फर्जी मामले में फंसाया जा रहा है।