इंफाल: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत सरकार पर मणिपुर में खतरा मंडरा रहा है। मणिपुर में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार से उप मुख्यमंत्री वाई जॉय कुमार सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के अन्य तीन मंत्रियों भी भी अपना इस्तीफा दे दिया है। वहीं बीजेपी के तीन विधायकों ने इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इसके अलावा टीएमसी विधायक और एक निर्दलीय विधायक ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इन सारी गतिविधियों के देखते हुए कहा जा रहा है कि मणिपुर की सरकार कभी भी गिर सकती है।
जानें किन-किन मंत्रियों और विधायकों ने दिया इस्तीफा
मणिपुर के उप मुख्यमंत्री वाई जयकुमार सिंह समेत नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) के चार मंत्रियों ने बुधवार (17 जून) को प्रदेश की बीजेपी नीत सरकार से इस्तीफा दे दिया। सिंह के अलावा जनजातीय और पर्वतीय क्षेत्र विकास मंत्री एन काइशी, युवा मामले एवं खेल मंत्री लेतपाओ हाओकिप और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एल जयंत कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह को अपना इस्तीफा सौंपा। जयंत कुमार सिंह ने मीडिया से कहा, ''हमने मुख्यमंत्री को अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं।"
इंफाल में बुधवार (17 जून) को बीजेपी छोड़कर एस. सुभाषचंद्र सिंह, टी.टी. हाओकिप और सैमुअल जेंदाई कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
जानें राज्य का सियासी समीकरण
राज्य में 60 विधानसभा सीट में कांग्रेस के पास 28, बीजेपी के पास 21, NPF और NPP के पास 4-4, टीएमसी-1 और IND-1। इसमें से बीजेपी के पास NPF, NPP, IND, LJP और TMC का समर्थन था।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अब बीजेपी गठबंधन सरकार से अब NPP, IND और टीएमसी ने समर्थन वापस ले लिया है। वहीं बीजेपी के 3 विधायकों के इस्तीफे के बाद पार्टी के पास 18 विधायक रह गए हैं। ऐसे में NPF के चार और एलजेपी के एक विधायक को मिलाकर बीजेपी के पास 23 समर्थक रह गए हैं। वहीं कांग्रसे पास 30 से ज्यादा। ऐसे में कांग्रेस समर्थन के साथ सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।